गायब हुए 92 संरक्षित स्मारकों में से 74 का पता लगा लिया गया: सरकार

डीएन ब्यूरो

केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा को बताया कि 2013 में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की प्रदर्शन ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया था कि 92 संरक्षित स्मारक गायब पाए गए थे लेकिन उनमें से 74 का पता लगा लिया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

92 संरक्षित स्मारक गायब
92 संरक्षित स्मारक गायब


नयी दिल्ली:  केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा को बताया कि 2013 में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की प्रदर्शन ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया था कि 92 संरक्षित स्मारक गायब पाए गए थे लेकिन उनमें से 74 का पता लगा लिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह भी कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने संरक्षित स्मारकों की सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों की ‘व्यापक जांच’ के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार को स्थायी समिति की रिपोर्ट के बारे में जानकारी है जिसमें 92 केंद्रीय संरक्षित स्मारकों की पहचान ‘लापता’ के रूप में की गई है और उन लापता स्मारकों का पता लगाने और उन्हें बहाल करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।

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एएसआई को केंद्रीय संरक्षित स्मारकों की सुरक्षा का काम सौंपा गया है।

उन्होंने अपने जवाब में कहा, ‘‘भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की 2013 की प्रदर्शन ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया था कि 92 संरक्षित स्मारक गायब पाए गए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पुराने रिकॉर्ड, राजस्व मानचित्रों और प्रकाशित रिपोर्टों के आधार पर कथित रूप से लापता स्मारकों का पता लगाने/उनकी पहचान के लिए जोरदार प्रयास किए। इस कवायद के सार्थक परिणाम मिले और 92 स्मारकों में से 74 स्मारकों का पता लगा लिया गया है।’’

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मंत्री ने कहा कि संरक्षित स्मारकों और स्थलों पर निगरानी और निगरानी के लिए ‘मल्टी-टास्किंग स्टाफ’ तैनात किया गया है। इसके अलावा, चयनित स्मारकों पर निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की सुरक्षा भी प्रदान की जाती है तथा समय-समय पर निरीक्षण भी किया जाता है।

 










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