अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर मतुआ समुदाय के पवित्र स्थान का अनादर करने का लगाया आरोप
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में ठाकुरबाड़ी के अपने दौरे से कुछ घंटे पहले रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर महिला श्रद्धालुओं को प्रताड़ित करके मतुआ समुदाय के पवित्र स्थान का अनादर करने का आरोप लगाया।
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में ठाकुरबाड़ी के अपने दौरे से कुछ घंटे पहले रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर महिला श्रद्धालुओं को प्रताड़ित करके मतुआ समुदाय के पवित्र स्थान का अनादर करने का आरोप लगाया।
बनर्जी ने बनगांव से भाजपा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा मतुआ लोगों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों को भूलकर दिल्ली में अपने पार्टी आकाओं को खुश करने का आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बनर्जी ने ठाकुरबाड़ी के मुख्य मंदिर में ताला बंद होने के बाद पास के एक मंदिर में मतुआ संप्रदाय के संस्थापक हरिचंद ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। बनर्जी ने कहा कि वह अपने समर्थकों के साथ ठाकुरबाड़ी में जबरन प्रवेश कर सकते थे लेकिन वह किसी भी टकराव से बचना चाहते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हरिचंद ठाकुर मंदिर का शांतनु ठाकुर और उनके साथियों द्वारा अनादर किया गया है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने मंदिर में दर्शन करने आई महिला श्रद्धालुओं पर हमला किया और आम लोगों को परिसर से बाहर निकाल दिया।’’
बनर्जी ने कहा कि वह राजनीति के लिए ठाकुरबाड़ी नहीं आए हैं। उन्होंने कहा,“मेरा राजनीतिक अभियान ठाकुरनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर हाबरा में था। आज का दिन बनगांव के इतिहास में एक काले दिन के रूप में याद किया जाएगा।’’
तृणमूल महासचिव बनर्जी ने लोगों से 2024 के आम चुनाव में 'भाजपा सांसद ठाकुर और उनके लोगों को बनगांव लोकसभा सीट से उखाड़ फेंकने' की अपील की।
उन्होंने कहा कि वह हर तीन महीने में इस जगह का दौरा करेंगे। बनर्जी ने कहा, “भाजपा सांसद द्वारा इस साल की शुरुआत में हरिचंद ठाकुर के खिलाफ टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा अपमानजनक टिप्पणी के आरोपों के विपरीत, उन्होंने गलत उच्चारण पर खेद व्यक्त किया था (ममता ने कथित तौर पर मतुआ के दो आध्यात्मिक नेताओं, हरिचंद ठाकुर और गुरुचंद ठाकुर के नाम का फरवरी में एक समारोह के दौरान गलत उच्चारण किया था)। उनका (ममता बनर्जी) संप्रदाय के लिए बहुत सम्मान है और क्षेत्र के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।’’
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बनर्जी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, “अभिषेक बनर्जी गड़बड़ी उत्पन्न करने के लिए गुंडों को लाए थे, लेकिन उन्हें मतुआ समुदाय के सदस्यों ने ऐसा नहीं करने दिया। वास्तव में उन्होंने अपने दौरे से ठाकुरनगर की माटी को अशुद्ध कर दिया है और उनके जाने के बाद हम इसे पवित्र करेंगे।”
उन्होंने कहा कि बनर्जी की बर्बादी ‘‘आज से शुरू होगी क्योंकि टीएमसी महासचिव को मतुआ समुदाय का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए नहीं करने दिया गया।’’
बनर्जी के इन दावों का खंडन करते हुए कि ममता बनर्जी ने समुदाय के लिए बहुत कुछ किया है, भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘उन्होंने कोई एहसान नहीं किया है।’’
उन्होंने कहा, “चुनाव आने दीजिये। बनगांव के लोग टीएमसी और अभिषेक जैसे उसके नेताओं को उनकी असली जगह दिखाएंगे। उनके अहंकार को करारा जवाब मिलेगा।’’
ठाकुर ने सवाल किया कि 'एक साधारण सांसद के दौरे के लिए सैकड़ों पुलिस कर्मियों को क्यों लगाया गया, जो न तो राज्य के मंत्री और न ही केंद्रीय मंत्री हैं?'
बनर्जी पूरे पश्चिम बंगाल में अपने दो महीने लंबे जनसंपर्क कार्यक्रम के अंतिम चरण में हैं और वर्तमान में उत्तर 24-परगना से गुजर रहे हैं। उनके साथ टीएमसी विधायक निर्मल घोष, मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, ब्रत्य बसु और सुजीत बोस सहित अन्य थे।
पश्चिम बंगाल की अनुसूचित जाति की आबादी में मतुआ समुदाय के सदस्यों का एक बड़ा हिस्सा है, मुख्य रूप से धार्मिक उत्पीड़न के कारण 1950 के दशक से तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से पलायन कर राज्य में आते रहे थे।
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पश्चिम बंगाल में लगभग 30 लाख मतुआ हैं और इस समुदाय का कम से कम पांच लोकसभा सीटों और नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों की लगभग 50 विधानसभा सीटों पर चुनावी प्रभाव है।
बनर्जी के ठाकुरनगर के दौरे ने राजनीतिक गतिरोध उत्पन्न कर दिया है और भाजपा ने टीएमसी पर मतुआ समुदाय के सदस्यों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
विपक्ष के नेता एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, 'टीएमसी के गुंडों ने पुलिस के सामने मतुआ समुदाय के पवित्र श्री धाम मंदिर पर हमला किया है। मैं माननीय केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी और गृहमंत्री कार्यालय से अनुरोध करता हूं कि कृपया तत्काल हस्तक्षेप करें और मतुआ संगठन के सदस्यों और पदाधिकारियों को सुरक्षा प्रदान करें।’’
अधिकारी पर पलटवार करते हुए, टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्वीट किया, 'विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा तृणमूल कांग्रेस पर दोषारोपण करने का प्रयास चौंकाने वाला है।’’
घोष ने ट्वीट किया, ‘‘सीआईएसएफ ने जूते पहनकर मंदिर परिसर में प्रवेश किया, महिलाओं के साथ मारपीट की, उनके गहने छीन लिए और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया, धार्मिक भावनाओं और बुनियादी शालीनता के प्रति सम्मान का पूर्ण अभाव दिखाया ... अपने सांसद का बचाव करके, श्री अधिकारी ने यह उजागर कर दिया है कि मतुआ भाजपा के राजनीतिक खेल में एक मोहरे से ज्यादा कुछ नहीं हैं।’’