सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बोले- जीवन में सब कुछ नेताजी से ही सीखा

डीएन ब्यूरो

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कई सवालों के बेबाकी से जवाब दिया। पिता मुलायम सिंह के समर्थन संबंधी सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि जीवन में राजनीति समेत हर छोटी-बड़ी चीजें नेताजी से ही सीखी है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ें अखिलेश की बेबाक बातें..

फाइल फोटो
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नई दिल्लीः यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को दिल्ली में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कई तीखे सवालों का बड़ा सरल जवाब देकर सभी को चौंका दिया। हर बात पर अपनी बेबाक राय रखते हुए अखिलेश ने कहा कि आज जीवन में वह जो कुछ भी है नेताजी के आशीर्वाद से ही है और जीवन में हर छोटी-बड़ी बातें उन्होंने नेताजी से ही सीखी है। उनकी सीख से ही जीवन में कोई नया रास्ता मिलेगा।

भाजपा के 50 साल तक सत्ता में रहने वाले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर अखिलेश ने कहा कि इसका फैसला 50 हफ्ते में जनता चुनाव से करेगी कि कौन कितने समय तक रहेगा।  

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गोरखपुर में लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में पार्टी की जीत पर अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को जनता ने यहां मुंहतोड़ जवाब दिया। गोरखपुर में वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व बीजेपी को भरोसा था कि वो यहां कभी हार ही नहीं सकते लेकिन जनता का गुस्सा यहां देखने को मिला। 

राजनीतिक व्यवस्था से गुजर रहा चुनाव आयोग

अखिलेश ने कहा चुनाव आयोग हमसे कहता है कि आप मशीन को खराब कह रहे हैं तो पहले इसे खराब करके दिखाए फिर हमारे पास आए। उन्होंने कहा कि हम आयोग से विनती करना चाहते हैं कि वह बताए कि जब ये मशीनें खराब होती हैं तो इसे ठीक कैसे किया जाता है। 

अखिलेश ने कहा कि अगर बैलेट से चुनाव हो तो यह देश के लिए बेहतर होगा। इससे जनता को भी पता चलेगा कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग राजनीतिक व्यवस्था से गुजर रहा है।   

जाति-धर्मों में खाईं पैदा कर रहा आरएसएस

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अखिलेश ने कहा कि मुझे लगता है कि इस देश में एक ऐसा राजनीतिक संगठन है जो दिखाई नहीं देता लेकिन उन्हें इससे सबसे ज्यादा खतरा महसूस हो रहा है। उन्होंने आरएसएस पर सीधे वार करते हुए कहा कि चुनाव के समय प्रदेश की बेटियों को सुरक्षा के नाम पर जबरदस्ती मदद के फॉर्म भरवाए गए। 

जबकि वर्तमान में यूपी की तस्वीर देख लीजिए यहां किस तरह से महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि मैंने खुद को कभी बैकवर्ड नहीं समझा लेकिन आरएसएस को धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे बैकवर्ड बनाया। अखिलेश ने कहा कि आरएसएस जाति-धर्मों के बीच खाई पैदा कर रहा है। एक विचारधारा की काट के लिए दूसरी विचारधारा को आगे आने की जरूरत है।  

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प्रधानमंत्री कागज से बने बैकवर्ड

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि मुझे बैकवर्ड कहा जाता है। वहीं प्रधानमंत्री कई बार खुद को बैकवर्ड कहते हैं। मैं बताना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री कागज से बने बैकवर्ड जबकि मैं जन्मजात बैकवर्ड हूं। 

मेरी भूमिका को उलट दिखा रहा मीडिया

अखिलेश यादव ने कहा कि जब यूपी में सपा सत्ता में थी और मैं मुख्यमंत्री था तो तब कोई भी ऐसा टीवी चैनल नहीं था जब प्रदेश में अगर कुछ हो जाए तो सीधे मेरी फोटो और वीडियो को टीवी पर चला देते थे। अब जब यूपी में मुख्यमंत्री बदल गया है तो यहां आए दिन वारदात हो रही है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं लेकिन जो मीडिया मेरे कार्यकाल में मेरी तस्वीर दिखाता था वह अब चुप्पी साधे हुए बैठा है।  

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अखबार में मुझे कहा गया औरगंजेब

अखिलेश ने इस बात पर हैरानी जताई कि एक अखबार के फ्रंट पेज पर उनकी खबर छपी थी जिसमें उन्हें औरगंजेब के नाम से संबोधित किया गया था। अखिलेश का कहना है कि मुझे औरगंजेब लिखने के पीछे इन अखबारों के मालिकों के साथ बड़े राजनीतिक लोगों की मिलीभगत है। जो मेरी छवि को धूमिल करने के लिए मुझे औरगंजेब कह रहे हैं।

महागठबंधन की तरफ से मैं नहीं हूं प्रधानमंत्री का प्रत्याशी

यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं जो दिल्ली की सत्ता में बैठने के लिए अहम है। वहीं प्रदेश में कांग्रेस, बसपा, सपा समेत कई अन्य क्षेत्रीय दल बीजेपी के रथ को रोकने के लिए महागठबंधन में शामिल है। इस पर अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को सत्ता से दूर करने के लिए अगर महागठबंधन में दो कदम पीछे भी खींचने पड़ेंगे तो वे इसके लिए तैयार है। वहीं महागठबंधन की तरफ से 2019 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री का प्रत्याशी कौन होगा।  

 

इस पर उन्होंने कहा कि मैं तो नहीं हूं लेकिन चुनाव हो जाने के बाद महागठबंधन तय करेगा कि हमारी तरफ से कौन प्रधानमंत्री होगा। अखिलेश ने कहा कि एक हार से मुझे सबक मिल चुका है कि राजनीति किस तरह से अपनी दिशा और दशा बदलती है। यूपी की जनता में जो बीजेपी के प्रति रोष है वह आम चुनाव में जरूर फूटेगा। वहीं महागठबंधन एक मजबूत रणनीति के साथ आम चुनाव में लोगों का दिल जीतेगा और बीजेपी को सत्ता से दूर करेगा।
 










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