एनजीओ की 'थाली' में बच्चों का भोजन
अलीगढ़ के सरकारी स्कूलों में एमडीएम से एनजीओ मुनाफा उठा रहे हैं। एमडीएम के माध्यम से बच्चों का पेट नहीं बल्कि कार्यकर्ताएं अपनी जेबें भर रहे हैं।
अलीगढ़: सरकार ने स्कूलों में बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ स्कूलों में कई तरह की सुविधाओं का भी इंतजाम किया है। इसी के तहत सरकार ने मिड-डे-मील (एमडीएम) के तहत बच्चों को भर पेट खाना मुहैया कराने का ऐलान किया है। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यूपी के इस शहर में बच्चों को मिलने वाला खाना उनका पेट तो नहीं भर रहा बल्कि गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) की जेबें भर रहा है।
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स्कूलों में नया सत्र शुरू होते ही एमडीएम वितरण में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं। इस मसले पर अधिकारियों ने अपने स्तर से जांच की तो उन्हें भी सब गड़बड़झाला मिला। बता दें कि ग्राम प्रधान व एनजीओ के जरिये बच्चों को मिड-डे-मील (एमडीएम) बांटा जाता है। जिले में 10 एनजीओ एमडीएम बांटने का काम करती हैं। इसके बावजूद बच्चों को खानी नहीं मिल रहा है।
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बेसिक शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र कुमार के मुताबिक अब स्कूलों में निरीक्षण कराया जाएगा और इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बीएसए ने बताया कि इस बार नई व्यवस्था की जा रही है। एनजीओ गड़बड़ी करता है तो डीएम के पास कार्रवाई के लिए फाइल भेजेंगे और कन्वर्जन कॉस्ट से होने वाले भुगतान में कटौती की जाएगी।