स्कूल की शर्मनाक हरकत, शिक्षा से महरूम हुए कई छात्र
आगरा के एक निजी स्कूल ने आधा दर्जन छात्र-छात्राओं को स्कूल से निकाल दिया गया है। स्कूल प्रशासन ने ऐसा क्यों किया, जानने के लिए पढ़िए ये रिपोर्ट..
आगरा: शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सरकार हर रोज नई-नई योजनाएं चला रही है। शिक्षा का अधिकार कानून बनने के बावजूद भी इसे उचित तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है। यहां के एक निजी स्कूल द्वारा शिक्षा के अधिकार अधिनियम का पालन ना करने से कई बच्चों का शैक्षिक भविष्य खतरे में पड़ गया है। इस स्कूल ने आधा दर्जन बच्चों को इसलिए स्कूल से निकाल दिया, क्योंकि उनका दाखिला गरीबों के लिए आरक्षित निशुल्क फीस वाली सीटों पर हुआ था। आरक्षित सीटों पर दाखिले के बाद भी स्कूल ने बच्चों के अभिभावकों से पहले फीस जमा करने के लिए कहा है। फीस जमा नहीं करने पर स्कूल प्रशासन ने छात्रों को बाहर का रास्ता दिखा दिया, जबकि इन बच्चों का दाखिला फ्री सीट पर हुआ था।
धनौली स्थित एसएन कॉन्वेंट स्कूल में जिन बच्चों के एडमिशन शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत हुआ था उन्हें स्कूल प्रशासन ने निकाल दिया। बच्चे मंगलवार को स्कूल पहुंचे और प्रार्थना सभा के बाद क्लास में टीचर ने उन छात्र-छात्राओं को क्लास से बाहर निकाल दिया, जिनके दाखिले फ्री सीट पर हुए थे। अभिभावकों और बच्चों के मुताबिक उन्हें 20 मिनट तक खड़ा रखने के बाद स्कूल से उन्हें बाहर निकाल दिया गया। जब अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन से बात की तो फीस जमा करने की मांग की गई।
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तीन महीने कर चुके हैं पढ़ाई
बच्चों की पढ़ाई का सत्र अप्रैल में शुरू हो चुका है। ऐसे में बच्चों की नई किताबें और ड्रेस आ चुकी हैं। इस स्थिति के बाद अब बच्चों की आगे की पढ़ाई पर सवाल खड़ा हुआ है।
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