भूले नहीं भूलता 26/11 का वो मंजर.. अब अमेरिका आया आगे, करेगा ये कार्रवाई
आज ही के दिन 26 नवंबर 2008 का वो काला दिन जब लशकर-ए-तैयबा ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को हिलाकर रख दिया और 166 मासूम लोगों को मौत की नींद सुला दिया। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें आखिर क्यों निहत्थे लोगों की गई इस हमले में जान
नई दिल्लीः 2008 में लशकर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने तब देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को हिलाकर रख दिया जब इन आतंकियों ने योजनाबद्ध तरीके से यहां पर गोलीबारी की। आतंकियों के इस हमले में 166 लोगों की जान चली गई थी जबकि कई लोग घायल हो गये थे। इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादी थे। इन आतंकियों ने मुंबई के होटल ताज और ट्राइडेंट होटल के साथ-साथ छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पर भी हमला किया।
यह भी पढ़ेंः अयोध्या में धर्म सभा सम्पन्न..विश्व हिंदू परिषद बोली-राम मंदिर के लिये चाहिये पूरी भूमि
यह भी पढ़ें |
अमेरिकी अदालत ने मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की अनुमति दी
आतंकियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिये तब देश के बहादुर पुलिसकर्मियों और एनएसजी के जवानों ने कई लोगों की जान बचाई और आतंकियों से लोहा लेते वक्त देश ने 5 जांबाज जवानों को खो दिया। इस हमले को बीते आज 10 साल हो चुके हैं लेकिन अब भी इसके घाव नहीं भरे हैं। अब ट्रंप प्रशासन ने मुंबई हमले की 10वीं बरसी पर इस बड़े पुरस्कार(35 करोड़ रुपये से अधिक) की घोषणा की है।
यह भी पढ़ेंः सुपरमॉम एमसी मैरी कॉम का अब टूटे नहीं टूटेगा यह वर्ल्ड रिकॉर्ड..
Mumbai: Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis, Governor C Vidyasagar Rao and other cabinet ministers pay tribute at Martyrs' Memorial, Police Gymkhana at Marine Lines on the 10th anniversary of #MumbaiTerrorAttack. pic.twitter.com/KZt1ipRZOV
यह भी पढ़ें | अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि का घरेलू सर्राफा बाजार पर असर, सोना और चांदी के भाव गिरे
— ANI (@ANI) November 26, 2018
यह भी पढ़ेंः कानपुर: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर दिखा मौत का खौफनाक मंजर, कार-बस की भिड़ंत में 4 की मौत
लशकर-ए-तैयबा के इन 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमले में 6 अमेरिकी नागरिकों को भी अपना निशाना बनाया था। यह कदम उपराष्ट्रपति माइक पेंस के सिंगापुर में प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करने के एक पखवाड़े से भी कम समय में उठाया गया है। तब माइक पेंस और मोदी के बीच हुई मुलाकात में अमेरिका के रिवार्ड फॉर जस्टिस डिपार्टमेंट (RFJ) ने सोमवार को इस इनाम की घोषणा की कि ऐसी सूचना जिससे मुबंई हमले से संबंधित जानकारी, इससे जुड़ी साजिशकर्ता की पहचान, गिरफ्तारी या सजा मिल सके, देने वाले को 50 लाख डॉलर तक इनाम दिया जायेगा। घोषणा में कहा गया है कि 26 से लेकर 29 नवंबर तक लशकर के 10 आतंकियों ने योजनाबद्ध तरीके से मुंबई में कई जगहों पर हमले किये।