APJ Abdul Kalam Death Anniversary: मिसाइल मैन डॉ अब्दुल कलाम की कुछ बड़ी बातें जिससे हर किसी को लेनी चाहिए प्रेरणा

डीएन ब्यूरो

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की आज पुण्यतिथि है। आज पूरा राष्ट्र उन्हें याद और नमन कर रहा है। इस मौके पर जानिए उनसे जुड़ी कुछ ऐसी खास बातें जो हर किसी के लिए प्रेरणा देती है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

मिसाइल मैन डॉ कलाम (फाइल फोटो)
मिसाइल मैन डॉ कलाम (फाइल फोटो)


नई दिल्लीः देश के महान वैज्ञानिक, भारत के मिसाइल मैन और पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की आज पुण्यतिथि है। आज पूरा राष्ट्र उनका स्मरण और नमन कर रहा है। आज उनकी पुण्यतिथि पर जानिए वो बातें जो हर किसी के लिए हैं प्रेरणा।

- युवाओं के बीच कार्यक्रम में अब्दुल कलाम कहा करते थे कि 'लोग हमें तभी याद रखेंगे जब हम आने वाली पीढ़ी को एक समृद्ध और सुरक्षित भारत दे पाएं। इस समृद्धि का स्रोत आर्थिक समृद्धि और सभ्य विरासत होगी।

- शिलांग में जब छात्र-छात्राओं के बीच मंच से भाषण देने पहुंचे तो उन्होंने न सिर्फ मानवता को लेकर चिंता जाहिर की थी बल्कि धरती पर फैले प्रदूषण को लेकर भी चिंता जताई थी।

यह भी पढ़ें | APJ Abdul Kalam: वैज्ञानिक नहीं कुछ और बनना चाहते थे डॉ. कलाम, जानिए क्यों टूट गया ये सपना

- भारत रत्न से सम्मानित डॉ कलाम ने भारत निर्मित पहले मिसाइल पृथ्वी और फिर उसके बाद अग्नि को बनाने में भी अहम योगदान दिया। साल 1998 में भारत ने परमाणु परीक्षण किया था उसमें भी डॉ कलाम की विशिष्ट भूमिका थी।

- डॉ अब्दुल कलाम का कहना था कि- कुछ चीजों को हम बदल नहीं सकते हैं, इसलिए उनको उस रुप में ही स्वीकार करना उचित होता है।

पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम (फाइल फोटो)

- हम तभी केवल याद किए जाएंगे जब हम हमारी युवा पीढ़ी को एक समृद्धि और सुरक्षित भारत दें, जो आर्थिक समृद्धि और सभ्यता का परिणाम होगा।

यह भी पढ़ें | APJ Abdul Kalam: डॉ. कलाम के वो पांच आविष्कार जिन्होंने बदल दी थी देश की तस्वीर

- भारतीय मिसाइल कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाने के कारण उन्हें 'मिसाइल मैन' का नाम भी दिया गया। स्वदेशी तकनीक से बनी अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों के विकास में उन्होंने काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम (फाइल फोटो)

- डॉ. कलाम का ताल्लुक मुस्लिम धर्म से था लेकिन वह दिल से सेक्यूलर व्यक्ति थे और उनका मानना था कि सभी धर्मों से बड़ा मानवता का धर्म है।

- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के पास टीवी नहीं था। उनके निजी सामान में सिर्फ किताबें, एक वीणा, सीडी प्लेयर और लैपटॉप शामिल था।










संबंधित समाचार