Asian Athletics Championships: भारत के अभिषेक को 10 हजार मीटर पैदल चालकर दर्ज की जीत, कांस्य के साथ खोला खाता

डीएन ब्यूरो

अभिषेक पाल ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के पदक का खाता खोलते हुए यहां प्रतियोगिताओं के पहले दिन कांस्य पदक जीता। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

भारतीय एथलीट अभिषेक पाल
भारतीय एथलीट अभिषेक पाल


बैंकॉक: अभिषेक पाल ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के पदक का खाता खोलते हुए बुधवार को यहां प्रतियोगिताओं के पहले दिन कांस्य पदक जीता।

अभिषेक ने 10 हजार मीटर पैदल चाल में 29 मिनट 33.26 सेकेंड के साथ के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।

वह जापान के रेन तजावा (29 मिनट 18.44 सेकेंड) और कजाखस्तान के कोएच किमुताइ शैड्रैक (29 मिनट 31.63 सेकेंड) के बाद तीसरे स्थान पर रहे।

भारतीय सेना के 25 साल के इस धावक ने आखिरी लैप में पूरा दमखम लगाया और वह इस प्रतियोगिता के इस सत्र में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अनुभवी भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी पोडियम (शीर्ष तीन स्थान) से चूक गईं, वह 59.10 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहीं। मध्य दूरी की धावक लिली दास भी महिलाओं की 1500 मीटर में पोडियम से चूक गईं। वह 4.27 मिनट का समय लेकर सातवें स्थान पर रहीं।

पुरुषों की 25 लैप की पैदल चाल के दौरान प्रतियोगियों को उमस भरी गर्मी की परिस्थितियों से जूझना पड़ा। जापान के तजावा ने शुरुआती दो लैप के बाद बढ़त बना ली और उसे आखिर तक बनाए रखा। उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वियों से ज्यादा चुनौती नहीं मिली और अंततः उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।

पाल और हमवतन गुलबीर सिंह लगभग पूरी स्पर्धा में शीर्ष धावकों से पीछे रहे। पाल ने हालांकि आखिरी लैप में कड़ी मेहनत की और जापान के धावक युतो इमाए को पीछे छोड़ दिया, जो चौथे स्थान पर रहे। इमाए पर आखिरी चरण में थकान हावी हो गयी।

यह भी पढ़ें | Asian Athletics Championships: 5000 मीटर दौड़ में भारत की पारूल चौधरी ने जीता रजत, पढ़ें ताजा अपडेट

प्रतियोगिता के बाद पाल ने कहा, ‘‘मैंने इमाए को आखिरी दो लैप में धीमा होते देखा। मैंने धीरे-धीरे उससे दूरी घटायी और आखिरी 400 मीटर में कांस्य जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ स्पर्धा की शुरुआत में मौसम ठीक था, लेकिन दूसरे भाग में मौसम असहनीय हो गया था।'

जापान के दोनों खिलाड़ियों का 10,000 मीटर में सर्वश्रेष्ठ समय 28 मिनट से कम का है लेकिन चुनौतीपूर्ण मौसम के कारण उनका प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ।

पाल के लिए यह पदक बेहद खास है क्योंकि वह कतर में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 2019 दोहा सत्र में 10,000 मीटर में सातवें स्थान पर रहे थे।

पाल ने कहा, ‘‘10,000 मीटर में कांस्य पदक ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है। मुझे 5,000 मीटर दौड़ में बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए।’’

महिलाओं की भाला फेंक में अन्नु से काफी उम्मीदें थी लेकिन इस अनुभवी खिलाड़ी ने निराश किया। उन्होंने अपने छह प्रयास में 55.31 मीटर, 58.70 मीटर, 59.10 मीटर, फाउल, 58.46 मीटर और 58.29 मीटर की दूरी तय की।

अन्नू ने दोहा में 2019 एशियाई चैंपियनशिप में रजत (60.22 मीटर) जीता था।

यह भी पढ़ें | टोक्यो ओलंपिक: चार दशक बाद हॉकी में भारत की ऐतिहासिक जीत, जानिये क्यों यह कांसा भी सोना है भारत के लिये

जापान की मरीना सैतो ने 61.67 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि चीन की लियू शियिंग ने 61.51 मीटर के साथ रजत पदक जीता। श्रीलंका की नदीशा दिलहानी ने 60.93 मीटर के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

महिलाओं की 1500 मीटर में भारत की लिली दास चार मिनट 27.61 सेकंड के समय के साथ सातवें स्थान पर रहीं। इस स्पर्धा में शीर्ष दो स्थान पर जापान की नोजोमी तनाका (चार मिनट 06.75 सेकंड) और युमे गोटो ( चार मिनट 13.25 सेकंड) रहे। श्रीलंका की गायनथिका तुषारी ने चार मिनट 18.84 सेकंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता।

भारतीय धावकों ने 400 मीटर स्पर्धा के शुरूआती चरण में अच्छा प्रदर्शन किया।

महिलाओं में ऐश्वर्या मिश्रा में 53.58 सेकंड के समय के साथ अपनी हीट में शीर्ष स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

पुरुषों के 400 मीटर सेमीफाइनल में राजेश रमेश (45.91 सेकेंड) और मुहम्मद अजमल (45.75 सेकेंड) ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। दोनों ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।

डेकाथलन में पहले दिन तेजस्विन शंकर 4124 अंकों के साथ शीर्ष पर है।










संबंधित समाचार