आज भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 5वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर पूरा देश उनको याद कर रहा है। आम जनता और कई नेताओं ने दी उनको श्रद्धांजलि दी। डाइनामाइट न्यूज़ की इस विशेष रिपोर्ट में जानिये अटल बिहारी वाजपेयी के सियासी सफर के बारे में
ग्वालियर में जन्म
अटल बिहारी वाजपेयी एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, राजनेता, कवि, लेखक, पत्रकार और सामजसेवी थे। उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ।
अटल बिहारी वाजपेयी की शिक्षा
अटल बिहारी वाजपेयी ने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मी बाई कॉलेज) से हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में विशेष योग्यता के साथ स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने् दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज से राजनीति विज्ञान में एमए किया।
तीन बार बने देश के प्रधानमंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी का मुख्य सियासी सफर तब शुरू हुआ, जब वे 1951 में भारतीय जनसंघ में शामिल हुए। 1977 में वह मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री बने। 1980 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की और इस पार्टी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
वे तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। उनका पहली सरकार 1996 में मात्र 13 दिन चली। 1998 में 13 महीने और 1999 में पूरे 5 साल के कार्यकाल के साथ वे दूसरी और तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने।
भारत को परमाणु शक्ति संपन्न बनाया
वाजपेयी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 2 मई 1998 पोखरण में अचानक परमाणु परीक्षण करके पूरी दुनिया को हिला दिया था। इसका कूट नाम 'ऑपरेशन शक्ति' था। परमाणु परीक्षण के जरिये उन्होंने पूरी दुनिया को बताया कि भारत भी परमाणु संपन्न राष्ट्र है लेकिन भारत कभी इसका पहले इस्तेमाल नहीं करेगा।
राजनीति से संन्यास की घोषणा
वाजपेयी ने 2005 के अंत में राजनीति से संन्यास की घोषणा की। दिसंबर 2014 के अंत में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 16 अगस्त 2018 को वे अपनी अनंत यात्रा पर निकल पड़े।
देश दे रहा वाजपेयी को श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिल्ली में स्थित ‘‘सदैव अटैल’’ जाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पांचवीं पुण्यतिथि पर उन्हें बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। इनके साथ ही कई अन्य नेता और देश की आम जनता भी पुण्य तिथि पर वाजपेयी को श्रद्धांजलि दे रही है।
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