Atul Subhash Suicide Case: अतुल सुभाष की मां पहुंची सुप्रीम कोर्ट, कहा- बेटा तो गया पोता वापस कर दो
बेंगलुरू में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में उसकी मां अंजू देवी मोदी ने न्याय पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िए पूरी खबर

नई दिल्ली: बेंगलुरू में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला देश की शीर्ष अदालत में पहुंच गया है। अतुल की मां अंजू देवी मोदी ने न्याय पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
इस मामले में अब जस्टिस बी वी नागरत्ना और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक की सरकारों को नोटिस जारी किया है।
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अंजू मोदी ने याचिका में अपने पोते की कस्टडी की मांग की है। अतुल सुभाष का साढ़े चार साल का बेटा है। याचिका में यह दावा किया गया है कि बच्चे का इस समय कोई पता नहीं चल पा रहा है।
अतुल की पत्नी निकिता ने बच्चे का स्थान बताने से इंकार कर दिया है। निकिता, उसका भाई अनुराग सिंघानिया और मां निशा सिंघानिया भी फिलहाल हिरासत में हैं। इसलिए, अंजू मोदी ने आग्रह किया है कि इनसे पूछताछ की जाए और बच्चे की कस्टडी उन्हें सौंपी जाए।
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निकिता ने पुलिस को बताया कि बच्चा फरीदाबाद के बोर्डिंग स्कूल में पढ़ रहा है और उसकी कस्टडी उसके ताऊ सुशील सिंघानिया के पास है। परंतु, सुशील ने बच्चे की कस्टडी या उसके बारे में किसी भी जानकारी से इनकार किया है।
इस मामले का उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक तीनों राज्यों से संबंध है इसलिए सुप्रीम कोर्ट से इसमें दखल देने की मांग की गई है। कोर्ट से आग्रह किया गया है कि बच्चे को बरामद कर कोर्ट के समक्ष लाया जाए. मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।