अयोध्या: तुलसी स्मारक भवन का निरीक्षण करने पहुंचे निदेशक को मिली खामियां, दी बड़ी नसीहत
यूपी के अयोध्या में तुलसी स्मारक भवन का निरीक्षण करने आए निदेशक को कई सारी कमियां मिली है। उन्होंने कमियां सही करने व 15 दिन में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
अयोध्या: अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के निदेशक तुलसी स्मारक भवन का सोमवार को निरीक्षण किया। कार्य पूर्ण नहीं होने से नाराजगी जताई। सभी कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए 15 दिन में कार्य पूर्ण करने की नसीहत दी। साथ साथ अग्निशमन व्यवस्था, प्रत्येक फ्लोर पर नियमित साफ सफाई की भी हिदायत दी।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार उन्होंने कहा कि निर्माण में कार्य की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए। सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने के निर्देश दिए। आकस्मिक निरीक्षण कर रहे सन्तोष कुमार शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद, अयोध्या/निदेशक अर्न्तराष्ट्रीय रामायण एंव वैदिक शोध संस्थान ने कई हिदायतें दीं। भवन का जीर्णोद्वार का कार्य यूपीएसआईडीसी द्वारा कराया जा रहा है।
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निरीक्षण के दौरान पुस्तकालय में रखी किताबों की नम्बरिंग तथा डिस्प्ले वाले स्थान पर सभी किताबों में से एक राइटर की पुस्तको को डिस्प्ले करने एंव अवशेष पुस्तकों को कम से सेल्फ में रखे जाने को कहा है। छत पर जन सामान्य की सुविधा के दृष्टिगत एक अतिरिक्त शौचालय बनाये जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि तुलसी स्मारक भवन की स्वच्छता को आउट सोर्सिंग के माध्यम से किसी हाउस कीपिंग एजेन्सी से कराएं। सेकेंड फ्लोर पर भगवान श्रीराम व गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमाओं को शीघ्र स्थापित करने तथा ग्राउंड फ्लोर के मुख्यद्वार के सामने मूर्ति स्थापित करने एंव इसके चारों ओर सौन्दर्याकरण कराये जाने को निर्देशित किया।
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आपको बताते चलें कि तुलसी स्मारक भवन का जीर्णोद्वार कर नया लुक दिया जा रहा है। जिसमें बेसमेन्ट पर पुस्तकालय, ग्राउण्ड फ्लोर पर इन्टरनेशनल आर्ट गैलरी, प्रथम तल पर कार्यालय तथा रामलीला हॉल का निर्माण, द्वितीय तल पर इन्टरनेशनल आर्ट गैलरी, आडियो वीडियो, आर्ट गैलरीव डारमेट्री का निर्माण एंव इसके तीसरे तल पर इन्टरनेशनल आर्टगैलरी तथा टैरेस पर वाटर टैंक व मुमटी का निर्माण किया गया है। लगभग 91 प्रतिशत कार्य को पूर्ण कर लिया गया है।
अर्न्तराष्ट्रीय रामायण एंव शोध संस्थान के कर्मचारियों द्वारा बताया गया पूर्व में भोपाल की एक संस्था डिस्प्ले हेतु आई थी किन्तु संस्था द्वारा बाद में कोई सम्पर्क नहीं किया गया। निरीक्षण के समय कार्यदायी संस्था के कान्ट्रैक्टर मैसर्स पवाकी इन्फा साल्यूशन लखनऊ के मैनेजिंग डायरेक्टर व संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीराम एवं संस्थान के कर्मचारी उपस्थित रहे।