बलरामपुर: झमाझम बारिश के बाद गांव की महिलाओं ने लोकगीत गाकर शुरू की धान की रोपाई

डीएन ब्यूरो

जिले में लगातार दो दिनों से झमाझम बारिश ने आम जनमानस को भीषण गर्मी से जहां राहत दी है। वहीं बारिश के कारण किसानों के चेहरे पर खुशियां लौट आई है। पूरी खबर..

धान की रोपाई करती गांव की महिलाएं
धान की रोपाई करती गांव की महिलाएं


बलरामपुर: झमाझम बारिश से घरती के अन्नदाता की खुशियां लौट आई है। बारिश ने जहां आम जनमानस को भीषण गर्मी से राहत दी है वहीं गावों में किसानों की गृहणियां भारतीय लोक गीतों के साथ धान रोपाई के कार्य में मशगूल हो गई।

 

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प्रदेश में विकास के क्षेत्र में नीचे से दूसरे पायदान पर बलरामपुर जिला शामिल है। केन्द्र व राज्य सरकार जिले के पिछड़ापन को दूर करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ धरती के अन्नदाता की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का लगातार प्रयास कर रहे है। जिले में लगातार दो दिनों से झमाझम बारिश ने आम जनमानस को भीषण गर्मी से जहां राहत दी है, वहीं गांव में धान की रोपाई का काम तेजी से शुरू हो गया है। किसानों का कहना है कि इन्द्र देव प्रसन्न है जिससे हमें काफी फायदा हो रहा है। हालाकि जो खेत निचले हिस्से में बाढ़ का पानी भर जाने से भारी नुकसान उठाना पड़ता है। समय से बारिश होने से धान की रोपाई सही समय से हो रही है जिससे फसल अच्छी पैदा होगी।

 

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लोकगीत गाकर महिलाएं देती हैं भारतीय संस्कृति की पहचान

किसानों की गृहणियां खेतो में धान की रोपाई करते समय लोक गीतों को गाकर भरतीय सभ्यता व संस्कृति को उजागर कर रही है। खेतो में काम कर रही गृहणियों के समूह लोेकगीत सुनने के लिए लोग रास्ते में रूककर गीतों का आन्नद लेते है। बरसात ने मुरझाये अन्नदाताओं के चेहरे पर खुशी ला दी है। प्रत्येक गांव में धान रोपाई का काम युद्ध स्तर पर जारी है।










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