बलरामपुर: मासूम को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरी जनता

डीएन संवाददाता

बलरामपुर के शारदा पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली एक 14 वर्षीय छात्रा को डीजल जलाकर जिंदा जला दिया गया था। बुधवार को मृतक मासूम के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए जनता सड़क पर उतरी और प्रदर्शन किया।

सड़क पर उतरी जनता
सड़क पर उतरी जनता


बलरामपुर: दो अक्तूबर को शारदा पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली 14 वर्षीय छात्रा निकिता श्रीवास्तव को डीजल डालकर जिंदा जला दिया गया था। जिसे गंभीर हालत में लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था। रविवार को निकिता ने अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। निकिता के मौत की कई गुत्थियां अनसुलझी रह गई है। मासूम बच्ची को न्याय दिलाने के लिए आज कई लोग सड़क पर उतरे और प्रदर्शन कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की।

बुधवार को मृतक मासूम को न्याय दिलाने के लिए अखिल भारतीय ब्राह्मण जन कल्याण समिति के मंडल अध्यक्ष व प्रधान संघ बलरामपुर के प्रभारी अध्यक्ष सौरभ त्रिपाठी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि निकिता की हत्या अमानवीय तरीके से की गई है। आरोप है कि स्कूल के प्रबंधक की ऊंची रसूक व पुलिस प्रशासन की व्यक्तिगत विवशता के चलते पीड़िता को न्याय नहीं मिला है। 

यह भी पढ़ें | बलरामपुर: सातवें वेतन आयोग की सिफारिश नहीं हुई लागू, डाक सेवक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर

पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पूरी मामले संदिग्ध प्रतीत होती है। सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि सात दिन के भीतर यदि पूरे मामले में लिप्त अधिकारियों तथा हत्यारों को गिरफ्तार नही किया गया तो 19 अक्तूबर से बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। यह आंदोलन प्रदेश स्तर तक किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।

यह भी पढ़ें | बलरामपुर: एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ कई संगठनों ने किया प्रदर्शन

समाजसेवी संगठन भी आए आगे

तनमन सेवा संस्थान के अध्यक्ष मनीष शुक्ला, विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता तुलशीस दूबे के नेतृत्व में युवा वर्ग मासूम बच्ची को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरा। विरोध प्रदर्शन दर्ज कराते हुए सैकड़ों युवाओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि मासूम बच्ची को अमानवीय तरीके से जिंदा जला दिया गया और पूरे मामले में लीपापोती की जा रही है। ऐसे में लोगों का भरोसा न्याय से उठ जाएगा। ज्ञापन में चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो प्रचंड जन आन्दोलन किया जाएगा। वहीं अधिवक्ताओं ने भी डीएम को ज्ञापन सौंप उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।  










संबंधित समाचार