VIDEO: भाजपा विधायक ने भरी सभा में महिला आईएएस को देखिये कैसे लगाई जमकर लताड़, दे डाली धमकी
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने चंद दिन ही हुए हैं लेकिन नवनिर्वाचित विधायकों का बड़बोलापन सातवें आसमान पर है। अब विधायक द्वारा भरी सभा में महिला आईएएस को जमकर लताड़ लगाने का मामला चर्चाओं में है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
भीलवाड़ा: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की नई बनी सरकार का अभी मंत्रिमंडल गठन भी नहीं हुआ कि नवनिर्वाचित विधायकों के बडबोलेपन के मामले एक के बाद चर्चाओं में है। अब भाजपा विधायक द्वारा भरी सभा में एक महिला आईएएस अफसर को जमकर लताड़ लगाने और नौकरी से हटाने तक की धमकी देने का नया मामला सामने आया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जयपुर के एक विधायक और उपमुख्यमंत्री के मामले के बाद अब शाहपुरा के भाजपा विधायक लालाराम बेरवा ने भरी सभा में महिला आईएएस अफसर को धमकी देते दिख रहे हैं।
विधायक लालाराम बेरवा बोले- नौकरी बिगाड़ दूंगा
शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के निर्वाचित विधायक लालाराम बेरवा सार्वजनिक समारोह में खड़े होकर महिला उपखंड मजिस्ट्रेट नेहा छिपा को नौकरी से हटाने तक की धमकी देते हुए कह रहे है कि “आप किससे बहस कर रही है। तकलीफ़ हो जाएगी। नई-नई नौकरी है, बिगाड़ दूंगा। आपने यदि 3 दिन में अतिक्रमण नहीं हटाया तो मैं एसडीम ऑफिस के बाहर धरना दे दूंगा।”
कानून की जानकारी देने पर भी नहीं रुके विधायक
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दरअसल लालाराम बेरवा अपने विधानसभा क्षेत्र रायला में विकास भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के दौरान जनसुनवाई कर रहे थे। इस समय उन्होंने बनेड़ा की उपखंड मजिस्ट्रेट नेहा छिपा को खूब खरी-खरी सुनाई। उप खंड मजिस्ट्रेट नेहा छीपा ने उन्हें सरकार के नियमों और कायदे कानून की जानकारी दी लेकिन पहली बार विधायक बने लालाराम बेरवा ने उनकी एक नई सुनी और उन्हें नौकरी ख़राब करने तक की धमकी दे डाली।
इस तरह बिगड़ी बात
लालाराम बैरवा यहीं नहीं रुके। उन्होंने बनेड़ा उपखंड अधिकारी नेहा छिपा से कोटडी में हुए भट्टी कांड की याद दिलाते हुए बनेड़ा उपखंड में चल रही अवैध कोयला भट्टियों को बंद करवाने के निर्देश दिए। बेरवा ने उपखंड अधिकारी से अवैध कोयला भट्टियों को बंद करने के संबंध में सवाल पूछ लिया, जिसपर बनेड़ा उपखंड अधिकारी नेहा छीपा ने बताया कि हमने 91 के नोटिस जारी कर दिए हैं। उपखंड अधिकारी के इस जवाब पर बेरवा भड़क उठे और कहा कि जब अतिक्रमण किया गया था तब आपसे पूछा था क्या? नेहा छीपा ने मना कर दिया।
नियम के अनुसार कार्रवाई
इस पर लालाराम बैरवा ने गुस्से हुए कहा कि जब अतिक्रमण करने के लिए जब पूछा नहीं जाता है तो अतिक्रमण हटाने के लिए क्यों पूछा जाता है? इस पर उपखंड अधिकारी ने जवाब दिया कि नियम के अनुसार कार्रवाई की जाती है। इस पर उपखंड अधिकारी एवं शाहपुरा विधायक के बीच जनता के सामने बहस हुई। समाप्ति के बाद फिर सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि चाहे पंचायती राज विभाग हो या पुलिस डिपार्टमेंट या कोई और विभाग कहीं पर भी भ्रष्टाचार की शिकायत हो तुरंत हमें सूचित करें।
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ध्यान रखें- राज बदल गया, व्यक्ति बदल गया
विधायक लालाराम बेरवा यही नहीं रुके। उन्होंने कहां कि पहले जिसका भी हुकुम बजाया, हमें कोई लेना देना नहीं। मगर अब सुन लेना। राज बदल गया है और व्यक्ति भी बदल गया है। राज बदलने के साथ काम करने वालों की सोच भी बदल गई है। इसलिए अगर जनता को किसी प्रकार की कोई परेशानी हुई और जनता की किसी आवाज को अपने नजर अंदाज किया और सुना नहीं गया तो आपका मुकाबला स्थानीय विधायक से होगा।
जानिये कौन है लालाराम बैरवा
आरएसएस पृष्ठभूमि के विधायक लालाराम बैरवा भाजपा के बाग़ी विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष कैलाश मेघवाल और कांग्रेस के नरेन्द्र रेगर को बड़े मार्जिन से चुनाव हरा कर पहली बार विधायक बने है