गिनीज बुक रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने का जुनून, रीवा की लता पकाएंगी 72 घंटे खाना
भारत से कुकिंग की दुनिया में छा जाने के लिए तैयार लता टंडन 72 घंटे तक खाना पकाएंगी। उन्होंने गिनीज वर्ल्ड बुक के लिए यह चुनौती दी है। भारत से पहली बार कोई इस रिकॉर्ड को तैयारी कर रहा है। देश के लोगों के लिए यह बेहद ही खास मौका है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
भोपाल: भारत विश्व में अपने व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। उन व्यंजनों के जायके का असर है कि मध्य प्रदेश के रीवा की रहने वाली लता टंडन ने 72 घंटे तक खाना पकाने वाले गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने वाले विश्व के प्रतिभागियों को चुनौती दी है। इसके लिए 3 से 6 सितंबर तक रीवा के एक होटल में लगातार 72 घंटे तक खाना पकाने की व्यवस्था की गई है।
वह भारत से पहली महिला हैं जो 72 घंटे तक लगातार कुकिंग करने वाली गिनीज बुक की प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। उनकी इस चुनौती को परखने के लिए 3 से 6 सितंबर तक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम रीवा में रहेगी। इस बेहद कठिन प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए वह पिछले दो वर्षों से ट्रेनिंग ले रही हैं।
वहीं बीते कुछ दिनों से वह 24 घंटे से अधिक तक कुकिंग करने का अभ्यास कर रही हैं। शेफ एकेडमी लंदन से खाना बनाने की ट्रेनिंग लेने वाली लता ने इससे पहले विन ऑफ इंडियन शेफ ऑफ इयर अवार्ड 2018 का खिताब जीता था।
एक अमेरिकी के नाम दर्ज है अभी यह रिकार्ड
अभी एक अमेरिकी शेफ रिकी लुम्पकिन के नाम 68 घंटे 30 मिनट तक खाना बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। उनके इसी रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए अब लता टंडन चुनौती देंगी।
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अपने शहर रीवा को चुना
लता इस चुनौती के लिए दिल्ली मुंबई या अन्य शहरों में भी पूरा कर सकती थी। लंदन या फिर भारत के किसी दूसरे शहर में, लेकिन रिकॉर्ड के नाम की चर्चा के साथ शहर की भी चर्चा होगी। इसलिए वह चाहती थी कि रीवा का नाम जुड़ा है।
72 घंटे जागते रहना सबसे बड़ी चुनौती
68 घंटे 30 मिनट को तोड़ने के लिए 72 घंटे तक लगातार जागकर भोजन पकाते रहना है। हालांकि वह इसके लिए काफी समय से तैयारी कर रही हैं।
72 घंटों तक पकाएंगी क्या
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इस रिकॉर्ड के लिए सबसे बड़ा सवाल है कि वह इतने समय तक क्या पकाएंगी। ऐसे में माना जा रहा है कि वह हल्के भोजन पकाएंगी। जिससे कि वह अधिक थकान न महसूस करें।
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प्रसाद के तौर पर बांटा जाएगा भोजन
72 घंटे तक बनने वाले भोजन को लोगों में प्रसाद के तौर पर बांटा जाएगा। जिसमें दाल चावल, कढ़ी, सब्जी, हलुआ सहित तमाम अन्य व्यंजन हो सकते हैं।
होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग
गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए प्रतिभाग करने वाले लोगों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी। रिकॉर्ड की काउंटिंग सेकेंड्स में भी होगी।