Madhya Pradesh Political Crisis: आज सुप्रीम कोर्ट पर रहेगी सबकी निगाहें, क्या बच पाएगी कमलनाथ की सरकार?
मध्य प्रदेश मामले पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। दो जजों की पीठ भाजपा की याचिका पर सुनवाई करेगी। इससे पहले सोमवार रात को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से राजभवन में मुलाकात की। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..
भोपालः मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच अब सभी की निगाहें सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई पर टिकी हुई हैं।
राज्यपाल लालजी टंडन ने सोमवार को फिर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि वे मंगलवार को विधानसभा में बहुमत साबित करें, नहीं को यह माना जाएगा कि सरकार बहुमत में नहीं है। लालजी टंडन ने अपने पत्र में लिखा है कि उन्होंने सोमवार को बहुमत साबित करने के लिए कहा था, लेकिन उसकी भी अनदेखी की गई। राज्यपाल ने अपने पत्र में तल्ख टिप्पणियां भी की हैं।
यह भी पढ़ें |
Madhya Pradesh: शिवराज सरकार का अनोखा फैसला, सभी सरकारी कार्यक्रमों से पहले जरूर करना होगा ये काम
यह भी पढ़ेंः Political Crisis of MP- राज्यपाल ने CM कमलनाथ को भेजा फ्लोर टेस्ट का खत, कहा..
Madhya Pradesh MLA Govind Singh Rajput, in Bengaluru: Kamal Nath Ji never heard us even for 15 minutes. Then whom should we talk to for development work in our constituency? pic.twitter.com/4V5MTrrw6T
— ANI (@ANI) March 17, 2020
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित नहीं करने के बाद उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है। इसमें अनुरोध किया गया है कि अदालत सरकार को बारह घंटे में बहुमत साबित करने के आदेश दे।
यह भी पढ़ें |
MPBSE MP Board Exam 2021: इस दिन से शुरू होंगे 10वीं और 12वीं की परीक्षा, माध्यमिक शिक्षा मंडल ने की घोषणा
इस बीच बंगलूर में मौजूद त्यागपत्र दे चुके कांग्रेस के लगभग 22 विधायकों ने आज बंगलूर में मीडिया से सामूहिक रूप से बात की। इन्होंने कहा कि उन्हें बंधक नहीं बनाया गया है। वे स्वेच्छा से आए हैं और सभी मौजूदा कमलनाथ सरकार से संतुष्ट नहीं हैं।