NIA का बड़ा एक्शन, खालिस्तान समर्थक आतंकवादी के करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के दो सदस्यों-कनाडा में रह रहे अर्शदीप सिंह उर्फ ‘अर्श डल्ला’ और फिलीपीन में रह रहे मनप्रीत सिंह उर्फ ‘पीटा’ के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है।पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के दो सदस्यों-कनाडा में रह रहे अर्शदीप सिंह उर्फ ‘अर्श डल्ला’ और फिलीपीन में रह रहे मनप्रीत सिंह उर्फ ‘पीटा’ के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि गगनदीप सिंह उर्फ ‘मीटी’ को मंगलवार को हरियाणा और पंजाब में छापेमारी के दौरान पकड़ा गया। वह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में दोनों आतंकवादियों (अर्शदीप और मनप्रीत) द्वारा संचालित संगठित अपराध सिंडिकेट और नेटवर्क के खिलाफ एनआईए की लगातार जारी कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया गया पांचवां व्यक्ति है।
प्रवक्ता के मुताबिक, गगनदीप को प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों और सदस्यों की आतंकी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। एनआईए ने पिछले साल 20 अगस्त को स्वत: संज्ञान लेते हुए यह मामला दर्ज किया था।
गगनदीप से पहले एनआईए अर्शदीप और मनप्रीत के करीबी सहयोगी लकी खोखर उर्फ ‘डेनिस’ को फरवरी में गंगानगर से गिरफ्तार कर चुकी है। जांच एजेंसी ने 18 मई को मोगा के जस्सा सिंह और 19 मई को फिरोजपुर के अमरीक सिंह तथा मोगा के अमृतपाल सिंह उर्फ ‘एमी’ को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पकड़ा था।
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मनप्रीत जहां अभी फिलीपीन में रह रहा है। वहीं, अर्शदीप कनाडा में है और एनआईए की मोहाली स्थित विशेष अदालत ने एक पुजारी की हत्या की साजिश रचने के मामले में उसे सोमवार को भगोड़ा घोषित किया था।
एनआईए के अनुसार, गगनदीप सीमा पार से भारत में हथियारों की तस्करी में अर्शदीप और मनप्रीत की मदद करता है।
जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा, “गगनदीप केटीएफ के लिए धन जुटाने वाले उगाही रैकेट का भी हिस्सा था। अर्थदीप और मनप्रीत भारत में इस प्रतिबंधित आतंकवादी समूह की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लगातार नये सदस्यों की भर्ती कर रहे हैं।”
प्रवक्ता के मुताबिक, सभी आरोपी केटीएफ के स्वयंभू कमांडर हरजीत निज्जर के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो अभी कनाडा में रह रहा है और जिसे जुलाई 2020 में गृह मंत्रालय ने ‘आतंकवादी’ घोषित किया था।
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प्रवक्ता ने कहा, “वे जबरन वसूली सहित अन्य माध्यमों से धन उगाही कर रहे हैं और सीमा पार से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी में शामिल हैं।”
एनआईए ने दावा किया कि केटीएफ के साथ-साथ खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन और खालिस्तान टाइगर फोर्स सहित अन्य प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पूरे भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने में शामिल हैं।
जांच एजेंसी ने कहा, “उनकी गतिविधियों में बम धमाकों और लक्षित हत्याओं के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से आतंकवादी साजोसामान मसलन हथियारों, गोला-बारूद, आईईडी की तस्करी भी शामिल हैं।”