सबसे बड़ी खबर: लाखों रुपये के बिजली बिल घपले में बड़ा एक्शन, अधिशासी अभियंता सहित पांच निलंबित, डाइनामाइट न्यूज़ ने कल ही बता दिया था होंगे सस्पेंड
खबर मतलब सिर्फ डाइनामाइट न्यूज़। कल ही डाइनामाइट न्यूज़ ने यह खबर प्रकाशित कर दी थी कि बिजली बिलों में लाखों रुपये के धोखाधड़ी और हेराफेरी के खेल में एफआईआर के बाद अब निलंबन की गाज गिरेगी और अब यह खबर सच साबित हुई। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट:
लखनऊ/महराजगंज: लाखों रुपये के बिजली बिल घपले मामले में महराजगंज जिले के बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता हरिशंकर सहित पांच के खिलाफ कोतवाली थाने में दर्ज हुई FIR के बाद अब इन पांचों को निलंबित कर दिया गया है।
यह खबर सबसे पहले डाइनामाइट न्यूज़ ने कल ही प्रकाशित कर दी थी कि एफआईआर के बाद इन पर निलंबन की गाज गिरेगी और अब ये खबर सच साबित हुई है।
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निलंबित होने वालों में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता हरिशंकर, एसडीओ ईश्वर शरण सिंह, कार्यकारी सहायक रुद्र प्रताप पांडेय, कार्यकारी सहायक राजकपूर और कार्यकारी सहायक अविनाश मणि पांडेय शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ संगीन धाराओं में कोतवाली थाने में एफआईआर भी पंजीकृत की गयी है।
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डाइनामाइट न्यूज़ पर खबर प्रकाशित होने के बाद कल पूरे दिन विभाग में इसी खबर की चर्चा थी। निलंबन का आदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष और 1995 बैच के आईएएस एम देवराज ने जारी किये हैं।
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पूरा मामला 65 उपभोक्ताओं के बिजली बिल के एक मुश्त समाधान योजना में 3,62,355 रुपये के घपले से जुड़ा है। इस मामले में हुई एक शिकायत के बाद दो सदस्यीय कमेटी का गठन लखनऊ से किया गया। इस कमेटी में अधीक्षण अभियंता आरएस माथुर और अधीक्षण अभियंता बृजेश कुमार ने जांच की। जांच में शिकायत सच पायी गयी। इसके बाद पहला एक्शन हुआ एफआईआऱ। बतौर वादी अधीक्षण अभियंता वाईपी सिंह ने तहरीर देकर सदर कोतवाली में धोखाधड़ी और गबन की FIR पंजीकृत करायी। जिसकी विवेचना चल रही है।
इसी बीच डाइनामाइट न्यूज़ पर खबर वायरल हुई तो फिर नतीजा निलंबन के रुप में सामने आया।