जेल में बंद रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर को लेकर बड़ी खबर: अवनीश अवस्थी, मुकुल गोयल और डीके ठाकुर समेत नौ के खिलाफ कोर्ट में दी अर्जी
लखनऊ सीजेएम कोर्ट में दाखिल किये गये परिवाद को देखकर ऐसा लगता है कि जेल में बंद रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर सीएम से नहीं बड़े अफसरों से भिड़ने के मूड में हैं। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:
लखनऊ: 1992 बैच के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने लखनऊ सीजेएम कोर्ट में एक परिवाद दाखिल किया है। इसमें उनकी मांग है कि राज्य के 9 बड़े अफसरों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही प्रारंभ की जाय।
अपनी शिकायत में ठाकुर ने लिखा है कि कुछ अफसरों ने उनके खिलाफ षड़यंत्र रचा और न सिर्फ नौकरी से निकलवा दिया बल्कि फर्जी केस दर्ज करा जेल भिजवा दिया।
यह भी पढ़ें |
यूपी में भारी बारिश के कहर से अब तक 154 लोगों की मौत, 131 घायल
मामले की अगली सुनवाई 6 सितंबर को होनी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक ठाकुर ने जिन लोगों के खिलाफ परिवाद दाखिल किया है उनमें राज्य के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी मुकुल गोयल, लखनऊ पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर, एसीपी गोमती नगर श्वेता श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर गोमती नगर केके तिवारी, तत्कालीन इंस्पेक्टर हजरतगंज, डीजी भर्ती बोर्ड राजकुमार विश्वकर्मा और एडीजी नीरा रावत शामिल हैं।
यह भी पढ़ें |
लखनऊ: कैश वैन लूट और हत्याकांड में पुलिस ने इनामी राशि को बढ़ाकर किया एक लाख
गौरतलब है कि ठाकुर इन दिनों प्रिया राय आत्महत्या कांड में जेल में बंद है। इन पर आऱोप है कि बसपा सांसद अतुल राय से मिल इन्होंने प्रिया को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। इस मामले की जांच राज्य सरकार ने एसआईटी से करायी, जिसमें आरके विश्वकर्मा और नीरा रावत शामिल थे। इस कमेटी मे ठाकुर को दोषी माना था, इसके बाद ठाकुर पर एफआईआऱ दर्ज की गयी और इनको जेल भेजा गया।