बड़ी खबर: UP STF के द्वारा अरबों रुपये के टोल घोटाले का पर्दाफाश करने के बाद जागा NHAI, दिये सख्त निर्देश
देश भर में फैले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टोल प्लाजाओं पर अरबों रुपये का घोटाला चल रहा है लेकिन कानो-कान इसकी खबर किसी को नहीं लगने दी गयी। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
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नई दिल्ली: यूपी एसटीएफ के द्वारा देश भर में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टोल प्लाजाओं पर अरबों रुपये के घोटाले के भंडाफोड़ के बाद दिल्ली के सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में हड़कंप का माहौल है।
दो दिन पहले यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश ने इस घोटाले का भंडाफोड़ किया था। यूपी एसटीएफ की लखनऊ इकाई ने 42 टोल प्लाजा से टैक्स वसूलने में 120 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश किया था।
मामले में मंगलवार की रात को मिर्जापुर के लालगंज स्थित अतरैला टोल प्लाजा पर छापा मारकर चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक टोलकर्मी साफ्टवेयर को हैक करके इस वारदात को अंजाम देते थे। टोल कर्मी 100 रुपये वसूलते थे और 90 रुपये ही बैंक के खाते में जाते थे। दस रुपये टोलकर्मियों के खाते में चले जाते थे।
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यही नहीं जो गाड़ियां बिना टोल के निकाली जाती थीं, उनकी फर्जी रसीद बनाकर दी जाती थीं। एसटीएफ की सरकारी गाड़ी की भी फर्जी रसीद बनायी गयी और 220 रुपये वसूल लिये गये।
सारे मामले में NHAI के बड़े अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध बतायी जा रही है। सिर्फ एक टोल प्लाजा अतरौला से 50 हजार रुपये की रोजाना अतिरिक्त वसूली की जाती थी।
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इस तरह के साफ्टवेयर राजस्थान, असम सहित कई राज्यों के 42 टोल प्लाजा पर लगे हैं।
इस बारे में आज NHAI के सीजीएम अब्दुल बासित ने एक पत्र देश भर के RO और PD को पत्र लिख कहा है कि साफ्टवेयर के माध्यम से हो रही राजस्व की क्षति को तत्काल रोका जाये।