बड़ी खबर: आईपीएस अजयपाल शर्मा पर कसा शिकंजा, भ्रष्टाचार मामले में दर्ज हुई एफआईआर, निलंबन की लटकी तलवार
नोएडा में एसएसपी की तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार को लेकर देश भर की सुर्खियों में छाये 2011 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस डा. अजय पाल शर्मा चारों तरफ से कानूनी शिकंजे में फंसते जा रहे हैं। एसआईटी की जांच के बाद अजयपाल पर गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इसके पहले भी एक महिला ने अजयपाल पर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करा रखी है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव
लखनऊ: एक महिला द्वारा दर्ज करायी गयी गंभीर एफआईआर के झटके से 2011 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस डा. अजय पाल शर्मा उबर ही नहीं पाये थे कि यूपी विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों को जांच में सच पाये जाने के बाद अजयपाल के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज करा दी है।
इस खबर के बाद सनसनी मच गयी है। नोएडा के एसएसपी रहे अजय पाल शर्मा अपनी तैनाती के काफी विवादित रहे। इनके बाद यहां तैनात रहे एसएसपी वैभव कृष्ण ने 5 आईपीएस अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये तो उसमें भी अजयपाल का नाम आने से अजयपाल एक बार फिर से सुर्खियों मे आ गये।
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अपने बचाव की तमाम कोशिशें की लेकिन हर चाल में अजयपाल नाकामयाब रहे।
मुख्यमंत्री ने डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनायी और इस कमेटी में अजयपाल के खिलाफ लगे आऱोपों को सच पाया। इसके बाद अजय पाल पर मुकदमा पंजीकृत हुआ है।
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खबर ये भी है कि शासन सारे मामले पर बेहद सख्त है और कभी भी निलंबन की गाज अजयपाल पर गिर सकती है।
जिन पांच आईपीएस पर आरोप लगे थे उनमें से एक और आईपीएस हिमांशु कुमार जांच में दोषी पाये गये हैं और उनके खिलाफ भी एफआईआऱ दर्ज हुई है जबकि तीन आईपीएस गणेश साहा, सुधीर कुमार सिंह और राजीव नारायण मिश्र बचने में सफल हुए हैं।