ओडिशा विधानसभा में भाजपा ने किया जमकर हंगामा, जानिए क्या रही वजह
ओडिशा विधानसभा में बुधवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई घंटों तक बाधित रही। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा में बुधवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई घंटों तक बाधित रही।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार भाजपा सदस्यों ने आरोप लगाया कि प्राचीन परंपराओं को तोड़ते हुए पुरी मंदिर में भगवान जगन्नाथ के प्रसाद में ‘उबला’ चावल मिलाया जा रहा है।
भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से जवाब मांगा और कहा कि इस कदम से लाखों श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है।
यह भी पढ़ें: ओडिशा हाई कोर्ट को मिला नया चीफ जस्टिस, जानिए कौन हैं चक्रधारी शरण सिंह?
यह भी पढ़ें |
Odisha Politics: ओडिशा विधानसभा में भारी हंगामा, आपस में भिड़े BJP व BJD विधायक, अध्यक्ष का तोड़ा माइक
भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि श्री जगन्नाथ परिक्रमा प्रकल्प या हेरिटेज कॉरिडोर परियोजना के उद्घाटन के दौरान ओडिशा के विभिन्न गांवों में 'अर्पण रथ' के जरिए एकत्र चावल में ‘उबला’ चावल मिला था, जिसे भगवान जगन्नाथ को चढ़ाया गया।
परंपरागत रूप से भगवान के प्रसाद में ‘उबला’ चावल का उपयोग नहीं किया जाता है।
यह भी पढ़ें: ओडिशा: दो महिला माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण, माओवादी कैंप में लगाया यौन शोषण का आरोप
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और हाथों में तख्तियां लेकर हंगामा करने लगे। उन्होंने इस मामले पर मुख्यमंत्री से बयान की भी मांग की।
यह भी पढ़ें |
अनुसूचित जनजाति के लोगों के भूमि बेचने के मामले को लेकर ओडिशा विस में हंगामा
सदन में हंगामा को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मलिक ने सदन की कार्यवाही पहले सुबह 11.30 बजे तक स्थगित कर दी। बाद में कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
शाम चार बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी भाजपा सदस्य आसन के सामने आ गये और मुख्यमंत्री से बयान की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शन कर रहे कई सदस्यों ने आसन के करीब जाने जाने का भी प्रयास किया लेकिन मार्शल ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान विधायकों ने विधानसभाध्यक्ष से माइक छीन लिया।
सदन में भारी हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष ने कार्यवाही फिर एक घंटे के लिए स्थगित कर दी। बीजू जनता दल (बीजद) और भाजपा दोनों दलों के सदस्य कुछ देर तक तेज आवाज में शोर करते रहे।
कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा सदस्यों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया।