कानपुर: जीएसटी के विरोध में व्यापारियों ने पीएम मोदी को लिखा अपने खून से पत्र
जीएसटी के विरोध में व्यापारियों ने पीएम मोदी को अपने खून से पत्र लिखकर हिरासत के प्रावधान को पूरी तरह से खत्म करने की मांग की है।
कानपुर: आए दिन शहर में व्यापारी जीएसटी को लेकर विरोध करते नज़र आ रहे है। केंद्र सरकार द्वारा लगाई गई इस नीति से व्यापारियों का काम चौपट हो गया है। केंद्र सरकार की इस नीति का विरोध कई दिनों से किया जा रहा है लेकिन व्यापारियों को लगने लगा है अब केंद्र सरकार हमारे प्रदर्शन और विरोध को नज़रअंदाज़ कर रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन कानपुर शहर से जुड़े व्यापारियों ने अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में अनोखे ढंग से अपनी बात को पीएम तक पहुंचाने के लिए अपने खून से पत्र को पीएम मोदी के नाम लिखा।
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जानिए क्या लिखा व्यापारियों ने इस खत में
व्यापारियों में पीएम मोदी जी को खून से खत लिखकर हिरासत वाले प्रावधान को पूरी तरह से समाप्त करने की मांग की। साथ ही अन्य चीजों जैसे रोटी, कपड़ा, दवा, पढ़ाई मुफ़्त हो ये सभी बातें खत में लिख कर जाहिर की। वही किसानों के उपकरण में कम से कम या निल टैक्स लगाने की मांग की।
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अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि सरकार व्यापारियों के साथ विश्वासघात कर रही है व्यापारियों के विरोध को लगातार नज़रअंदाज कर रही है। पूरे देश मे व्यापारी बन्दी कर सड़क पर आ कर अपना दुख व्यक्त कर प्रदर्शन कर रहे हैं वही मोदी जी के कानों में अब तक जू नही रेंग रही। किसान खुदकुशी कर रहे है जैसे इस सरकार के लिए किसानों की हत्या का कोई मोल नही है वैसे ही व्यापारियों की तकलीफ के लिए भी मोदी सरकार में कोई स्थान नही है। अब तक किसी प्रकार की जीएसटी पर कार्यवाई नही होता देख व्यापार संगठन के व्यापारियों ने खून से मोदी जी को पत्र लिख कर बढ़ी हुई जीएसटी को हटाने की मांग की है।