CAA Protest in Gorakhpur: गोरखपुर में भारी हिंसा, बवाल, पत्थरबाजी, लाठीचार्ज, एसएसपी सुनील गुप्ता की भयंकर नाकामी उजागर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिला गोरखपुर एक बार फिर हिंसा की चपेट में आ गया है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आय़े हैं। जम्मू और कश्मीर कैडर के आईपीएस अधिकारी डा. सुनील गुप्ता को प्रतिनियुक्ति पर से बुलाकर सीएम के गृह जनपद की कमान दी गयी है। कई दिनों से लगातार सीएम और डीजीपी के द्वारा दी जा रही चेतावनियों पर तरह से नाकाम साबित हुए है एसएसपी। ये सिर्फ हवा में तीर चला रहे थे कि सब कुछ कंट्रोल में है। इनके दावों की उपद्रवियों ने पोल खोलकर रख दी है।
गोरखपुर: शहर के बेहद संवेदनशील इलाकों घंटाघर, नखास, रेती, शाहमारुफ के में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भारी हिंसा भड़क उठी है। इन इलाकों में दुकानें बंद है और भारी तनाव है। पुलिस ने जमकर लाठियां बरसायी हैं और आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक घंटाघर मे जामा मस्जिद के कुछ लोगों ने दुकानें बंद कराने की कोशिश की। कोतवाली इलाके के शाहमारूफ में नागरिकता कानून के विरोध में दुकानदारों ने दुकाने बंद रखीं हैं।
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पुलिसिया लापरवाही के चलते इस कानून के विरोध में गोरखपुर में भीड़ उग्र हो गई। जुलूस के दौरान मदीना मस्जिद तिराहे पर विवाद हो गया। नखास और रेती चौके के बीच भीड़ ने पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। रेती-नखास रोड पर आवागमन बंद हो गया है। नखास चौराहे पर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया। रोकने पर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील है। जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद से कुछ युवा नारेबाजी करते हुए निकले थे और सरकार विरोधी नारे लगाना शुरू कर दिया।