नहाय- खाय के साथ शुरू हुआ आस्था का महापर्व छठ, घाटों में बिखरी अनोखी छटा
बिहार- पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत में छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। आज नहाय-खाय के साथ श्रद्धालु छठमाई को भोग चढ़ाने के लिये विशेष प्रसाद बनायेंगे और जब पूरे विधि- विधान से पूजा- पाठ हो जायेगी तब इस प्रसाद का वितरण किया जायेगा। डाइनामाइट न्यूज़ की विशेष रिपोर्ट में पढ़ें महापर्व छठ का महत्व
नई दिल्लीः बिहार- पूर्वी उत्तर प्रदेश और देश के विभिन्न राज्यों में मनाये जाने वाला छठ महापर्व की आज से शुरुआत हो गई है। इस महापर्व की तैयारियां जोर-शोर से देशभर में की जा रही है। दिल्ली में भी खास तैयारियां की गई है। यहां छठ घाटों को विशेषतौर पर सजाया गया है। साथ ही बाजारों में भी छठ माई की पूजा में चढ़ने वाला प्रसाद का सामान भी भरपूर मात्रा में आ चुका है। जिसमें विशेष तौर पर सूप, गन्ने, दउरा, केला, संतरा, सेब- अनार आदि भरपूर मात्रा में बाजार में मंगाये गये हैं।
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आज रविवार से नहाय- खाय के साथ शुरू होकर यह महापर्व 14 नवंबर को सूर्योदय के अर्घ्य देने के साथ सम्पन्न होगा। इस पर्व में चढ़ने वाले प्रसाद की जो विशेषता है वह यह है कि छठ माई के प्रसाद में ठेकुआ और खाजा मुख्य रूप से प्रसाद के तौर पर चढ़ाया जाता है। जिसे शुद्ध गेहूं के आटे और खजूर के आटे और इसमें मैदा मिलाकर इसे आपस में मिलाया जाता है फिर इससे प्रसाद तैयार किया जाता है।
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एक तरफ जहां व्रत रखने वाले श्रद्धालु चाहे महिला हो या फिर पुरुष जहां पूजा सामग्री के लिये नये बर्तन और कपड़े खरीदने में लगे हुये हैं वहीं घरों में गेहूं चुनने व मिट्टी के चूल्हे भी तैयार किये जा रहे हैं। दुकानों में व्रतियों के लिये इस बार खास तरह की साड़ियों की भरमार है। पूजा में चढ़ने वाली चीजों से भी बाजार पूरी तरह से अटे हुये दिख रहे हैं।