जिस मां ने दिया जन्म उसी को तड़पता हुआ छोड़ गए बच्चे, हकीकत जान भर आएगा दिल

डीएन ब्यूरो

जिस मां ने जन्म दिया और पाला पोसा आज उसकी हालत उसी के बच्चों ने ऐसी कर दी की आखिरी सांस भी बेचारी ने दर्द से कहराते हुए ही ली। ये कहानी है कलयुगी बेटों और उनकी बूढ़ी मां की। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर...

बिमारी की हालत में मां
बिमारी की हालत में मां


गोरखपुरः 82 साल की बूढ़ी मां ने आज सुबह अपना दम तोड़ दिया जब उसके ही बच्चों ने उसे तड़पते हुए मरने के लिए छोड़ दिया।

यह भी पढ़ेंः दिव्यांग आत्महत्या मामले में परिजनों ने लगाया चौकी इंचार्ज पर आरोप, हुए लाइन हाजिर

यह भी पढ़ें | गोरखपुर: अरबों की कीमत के जमीन आवंटन से जुड़े कई दस्तावेज गायब, वो भी सरकारी दफ्तर से..

फिल्म ‘बागवां’ की कहानी गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में सच होती दिखाई दी है। जहां पर दर्द से कराहती  82 साल की छोहाड़ी देवी के तीन बेटे और एक बेटी ने कड़ाके की ठंड में अपनी मां को मरने के लिए छोड़ दिया। दर्द से कराहती बूढ़ी मां की आंखों के आंसू भी अब बेटों के इंतजार सूख चुके थे। छोहाड़ी देवी का आज सुबह निधन हो गया।

यह भी पढ़ेंः चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर अखिलेश यादव ने किया माल्यार्पण, किसानों की दुर्दशा पर बोले तीखे बोल

यह भी पढ़ें | गोरखपुर: पिता ने शादी के कार्ड में बेटी के लिए उपहार मांगने की बजाए मोदी के लिए मांगा वोट

छोहाड़ी देवी के तीन बेटे और एक बेटी है। उनमें रणवीर सिंह, रामबरन सिंह दिल्ली में नौकरी करते हैं। सबसे छोटे बेटे सिकंदर विदेश में नौकरी करते हैं। सिकंदर की पत्नी बच्चों के साथ चेन्नई में हैं। बेटी पति के साथ दिल्ली में ही बस गई हैं। गांव वालों के मुताबिक सभी की माली हालत ठीक है, लेकिन संपत्ति के लालच में वे बेगाने हो चुके हैं। छोहाड़ी देवी के पति की मौत 10 साल पहले ही हो चुकी है। छोहाड़ी देवी लंबी बीमारी से जूझ रही थी, पर किसी भी बच्चे ने उनका ख्याल तक नहीं किया।

पर गांवके प्रधान प्रयाग सिंह का, जिन्होंने इलाज के इंतजाम की जिम्मेदारी उठाई। पर आज सुबह छोहाड़ी देवी की मौत हो गई, इसके बाद भी अभी तक उनके बच्चों की कोई खबर नहीं है।










संबंधित समाचार