भ्रष्‍ट अफसरों को घर भेजने का सीएम ने सुनाया फरमान, अधिकारी बेचैन

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में भ्रष्ट और बेईमान अफसरों को घर भेजने की तैयारी में योगी सरकार जुटी है। इसके लिये मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने आज 30 जून तक सभी अपर मुख्य सचिवों और विभागाध्यक्षों ऐसे अफसरों की लिस्ट मांगी है।



लखनऊ: प्रदेश में योगी सरकार के ताजा ऐलान के बाद में भ्रष्टाचार के आरोपी रहे बेईमान अधिकारियों के हाथ पांव फूलना शुरू हो गए हैं। क्‍योंकि योगी सरकार ने अब भ्रष्‍ट अफसरों को घर भेजने के लिए कार्रवाई शुरू हो चुकी है।  

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अधिकारियों की मीटिंग में आदेश दिया था की जो अफसर 50 साल उम्र पार कर चुके हैं। साथ ही जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप है और उन पर जांच चल रही हैं। उन पर कार्रवाई की तैयारी है। 3 जुलाई को ये लिस्ट सीएम के सामने पेश की जायेगी।

यह भी पढ़ें | UP Politics: ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी की मुलाकात, जानिये दोनों के बीच क्या हुई बात

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और लोकभवन

इसके लिए एक स्क्रीनिंग कमेटी का भी गठन किया गया है। जो विभागों के भ्रष्ट अफसरों की लिस्ट को देखेगी। जिसके बाद सीएम इसका  संज्ञान लेगें।

गौरतलब है की इस आदेश के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। अब देखना यह होगा कि इन अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद भ्रष्टाचार पर लगाम लग पाती है या नहीं।

यह भी पढ़ें | यूपी सीएम योगी लापरवाह अफसरों पर सख्त, इन 24 जिलों के अधिकारियों पर गिरेगी गाज, जानिये पूरा मामला










संबंधित समाचार