Congress Plenary Session: भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस अब निकाल सकती है पूर्व से पश्चिम की यात्रा, जानिये इसके मायने

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिमी भाग के बीच यात्रा निकालने पर विचार रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

रायपुर में कांग्रेस महाधिवेश का अंतिम दिन आज
रायपुर में कांग्रेस महाधिवेश का अंतिम दिन आज


नवा रायपुर: कांग्रेस 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद अब देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिमी भाग के बीच यात्रा निकालने पर विचार रही है।

संभव है कि यह यात्रा अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से गुजरात के पोरबन्दर के बीच निकाली जाए।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक बातचीत में यह जानकारी दी।

इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के महाधिवेशन में दिए गए अपने संबोधन के दौरान यात्रा के बारे में संकेत दिये।

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राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 'तपस्या' को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम तैयार करें, जिसमें सभी भाग लेने के लिए तैयार हैं। राहुल कई मौकों पर अपनी इस यात्रा को तपस्या का नाम दे चुके हैं।

महाधिवेशन के समापन के बाद रमेश ने कहा, 'संभावना है कि यह यात्रा पासीघाट से शुरू हो और इसका समापन पोरबन्दर में हो। इसको लेकर बहुत सारा उत्साह और ऊर्जा है। व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि इसकी जरूरत भी है।'

उन्होंने कहा, 'पूरब से पश्चिम के बीच निकलने वाली यात्रा का प्रारूप दक्षिण से उत्तर की ओर निकाली गई यात्रा से अलग होता है। शायद यह यात्रा उतने व्यापक स्तर पर नहीं हो।'

कांग्रेस महासचिव ने बताया कि अगले कुछ हफ्ते में सबकुछ तय कर लिया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की भौगोलिक और जलवायु संबंधी परिस्थिति को देखते हुए यात्रा के लिए अलग-अलग परिवहन माध्यम (मल्टी मोडल) इस्तेमाल हो सकता है, लेकिन बुनियादी रूप से यह पदयात्रा ही होगी।

रमेश ने कहा कि इस यात्रा में भाग लेने वाले यात्रियों की संख्या 'भारत जोड़ो यात्रा ' के मुकाबले कम हो सकती है।

'भारत जोड़ो यात्रा' पिछले साल सात सितंबर से आरंभ हुई थी और करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 30 जनवरी को श्रीनगर में पूरी हुई थी। इसमें राहुल गांधी समेत करीब 200 'भारत यात्री' शामिल हुए थे।










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