रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनसीसी आरडीसी 2024 का किया दौरा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट के एक समूह से कहा कि ‘मशीन लर्निंग’ और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में रोजगार के लिए रचनात्मकता, अंतर्वैयक्तिक कौशल और बुद्धिमत्ता महत्वपूर्ण होगी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट के एक समूह से कहा कि ‘मशीन लर्निंग’ और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में रोजगार के लिए रचनात्मकता, अंतर्वैयक्तिक कौशल और बुद्धिमत्ता महत्वपूर्ण होगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सिंह ने युवाओं को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाकर उनका समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की सराहना भी की।
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सिंह दिल्ली छावनी में गणतंत्र दिवस शिविर के दौरे के दौरान एनसीसी कैडेट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘रचनात्मकता, अंतर्वैयक्तिक कौशल, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और संवेदनशीलता ऐसे गुण हैं, जो किसी व्यक्ति को मशीन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के वर्तमान युग में प्रासंगिक और रोजगार योग्य बनाएंगे।’’
सिंह ने आज के प्रौद्योगिकी-संचालित युग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग में वृद्धि पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करते हुए कहा कि समय और आगे की प्रगति के साथ, लोग उन क्षेत्रों में करियर बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना शुरू करेंगे, जहां मशीन वांछित कार्यों को निष्पादित नहीं कर सकती।
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हालांकि, उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि भले ही मशीन शारीरिक और बौद्धिक कार्य कर सकती हैं, लेकिन रक्षा मंत्रालय के अनुसार, वे रचनात्मक नहीं हो सकतीं, चेतना उत्पन्न नहीं कर सकतीं और मनुष्यों की तरह अंतर्वैयक्तिक कौशल विकसित नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा कि एनसीसी यहीं पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा कि एनसीसी, अपनी विभिन्न पहल और कार्यक्रमों के माध्यम से, कैडेट को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाकर, उनके सामाजिक कौशल विकसित करके और देशभक्ति एवं राष्ट्रीय गौरव की भावना उत्पन्न करके उनका समग्र विकास सुनिश्चित कर रही है। सिंह ने एनसीसी कैडेट को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए 'रक्षा मंत्री पदक' और प्रशस्ति पत्र भी दिए।