Delhi: गौरव गोगोई ने पीएम मोदी पर कसा तंज, जानिए क्या बोले

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतनी ऊंचाई पर पहुंच गए हैं कि उन तक देश के युवाओं, गरीबों, महिलाओं और किसानों की आवाज नहीं पहुंच रही। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई


नयी दिल्ली: केंद्र सरकार पर ‘भ्रम’ पैदा करके जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतनी ऊंचाई पर पहुंच गए हैं कि उन तक देश के युवाओं, गरीबों, महिलाओं और किसानों की आवाज नहीं पहुंच रही।

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राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस सांसद गोगोई ने आरोप लगाया कि ‘‘सरकार की सुनिश्चित योजना लोकतंत्र खत्म कर राजतंत्र की परंपराओं को स्थापित करने का प्रयास करने की है।’’

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार उन्होंने दावा किया, ‘‘लोगों की समस्याओं पर पर्दा डालने, उन्हें मायाजाल में फंसाने के लिए सरकार अस्त्र के रूप में भ्रम का इस्तेमाल करती है।’’

कांग्रेस सांसद ने कहा कि विपक्ष पूछता है कि प्रधानमंत्री मणिपुर क्यों नहीं गए तो वे कहते हैं कि ‘जी-20’ का सफल आयोजन देखो, विपक्ष नोटबंदी के दौरान लोगों की मौत की बात करता है तो वह कुछ और राग अलापते हैं।

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गोगोई ने कहा, ‘‘जब हम चीन के अतिक्रमण की बात करते हैं, तो कहा जाता है कि आप देखो कि मालदीव की तुलना में हम कितने ताकतवर हैं। हम अडाणी की बात करते हैं तो राहुल गांधी को निष्कासित कर दिया जाता है। हम किसान, युवाओं, महिलाओं के मुद्दों और आर्थिक असमानता की बात करते हैं तो सरकार कहती है कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री गरीब परिवार से आकर इतनी ऊंचाई तक पहुंचे, हम इस बात का आदर करते हैं।’’

कांग्रेस सांसद ने कहा कि लेकिन प्रधानमंत्री इतनी ऊंचाई पर पहुंच गए हैं कि उन तक देशवासियों की आवाज नहीं पहुंच रही।

गोगोई ने दावा किया कि संसदीय इतिहास में बहुत प्रधानमंत्री आए और सभी ने सदन में उत्तर दिया, लेकिन पहली बार वर्तमान प्रधानमंत्री ने पिछले दस साल में ‘‘किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया।’’

उन्होंने यह भी कहा कि संसद के नए भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले अभिभाषण की बात तो बहुत उत्साह के साथ सरकार कर रही है, लेकिन उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया, इस बात से ‘‘हमारे मन को ठेस पहुंची।’’

उन्होंने सदन से पिछले सत्र में अनेक विपक्षी सदस्यों को निलंबित किये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि संसद के इतिहास में एक दिन में कभी इतनी बड़ी संख्या में सदस्यों को निलंबित नहीं किया गया।

उनकी कुछ टिप्पणियों पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदस्य को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बात करनी चाहिए और सदन के किसी निर्णय पर उन्हें टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।

गोगोई ने आरोप लगाया कि सरकार भले ही भ्रष्टाचार खत्म करने के दावे कर ले लेकिन इस सरकार में एक नया ‘लाभार्थी कर’ शुरू हो गया है और पीएम आवास योजना, किसान निधि, उज्ज्वला योजना जैसी तमाम योजनाओं के लाभ के लिए इसका भुगतान करना होता है।

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उन्होंने कहा कि जनता अब जागरुक हो गई है और विपक्ष इसका स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि आजादी का आंदोलन भी जनजागरण का था और आज भी आंदोलन में विपक्ष जनता के साथ चट्टान की तरह खड़ा है।

गोगोई ने कहा कि यह सरकार विपक्ष के नेताओं के खिलाफ आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन ‘‘हम डरने वाले नहीं हैं।’’

उन्होंने बिहार और झारखंड के हाल के राजनीतिक घटनाक्रम के संदर्भ में दावा किया, ‘‘अगर हम सरकार के खिलाफ लड़ें तो जेल भेजा जाता है और इनके साथ शामिल हो जाएं तो मुख्यमंत्री बना दिया जाता है।’’

गोगोई ने कहा, ‘‘हम भारत को जोड़ेंगे, हम न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। नफरत के बाजार में मोहब्ब्त की दुकान खोलेंगे। हम आंध्र प्रदेश के विशेष राज्य के दर्जे के लिए लड़ेंगे। हम असम के छह समुदायों के लिए लड़ेंगे जो जनजाति के दर्जे की मांग कर रहे हैं। हम महिलाओं के लिए लड़ेंगे। हम भारत के संविधान के लिए लड़ेंगे।’’

गोगोई की प्रधानमंत्री और आसन के लिए की गई कुछ टिप्पणियों पर आपत्ति जताते हुए महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें कार्यवाही से हटाने का अनुरोध लोकसभा अध्यक्ष से किया।

ईरानी ने कहा, ‘‘ये (विपक्ष) राजनीति बाहर कर लें, लेकिन राष्ट्रनीति का अपमान इस सदन में नहीं होगा।’’










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