पैसों के अभाव में पति नहीं करा सका पत्नी का इलाज, पुलिस और ग्रामीणों ने दिया सहारा, चंदा इकट्ठा कर कराया अंतिम संस्कार
शाहजहांपुर जिले में अपनी गर्भवती पत्नी की मौत के बाद पैसे के अभाव में उसके अंतिम संस्कार के लिये लोगों के सामने हाथ फैलाने वाले एक बेबस व्यक्ति की पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों ने चंदा एकत्र करके मदद की। ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों ने चंदे की राशि से शव की अंत्येष्टि करायी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
शाहजहांपुर: शाहजहांपुर जिले में अपनी गर्भवती पत्नी की मौत के बाद पैसे के अभाव में उसके अंतिम संस्कार के लिये लोगों के सामने हाथ फैलाने वाले एक बेबस व्यक्ति की पुलिस और ग्रामीणों ने चंदा एकत्र करके मदद की। ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों ने चंदे की राशि से शव की अंत्येष्टि करायी।
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गरीबी के चलते इलाज नहीं करा पाने की वजह से ही महिला की मौत हो गई। कला तहसील के खजूरी गढ़ी गांव में रहने वाले राम भजन की पत्नी सुनीता गर्भवती थी,लेकिन सोमवार की शाम को उसकी तबीयत खराब हो गई। लेकिन राम भजन के पास इलाज के लिये धन नहीं था।
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उसका कहना है कि उसने गांव के कई लोगों से उधार में पैसे मांगे मगर किसी ने मदद नहीं की। उसके बाद उसने अपनी पत्नी को नियति के सहारे छोड़ दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मंगलवार की रात में उसकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन उसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और बुधवार सुबह तक उसकी मौत हो गयी।
राम भजन ने बताया कि तंगहाली की वजह से उसके पास अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए पैसे नहीं थे। उसने गांव के लोगों से फिर मदद की गुहार लगाई।
इसकी खबर मिलने पर कुछ पुलिसकर्मी आगे आये और खुद मदद करने के साथ कुछ ग्रामीणों से धन जुटाकर अंतिम संस्कार करवाया।
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पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने परौर थाना प्रभारी सोनी शुक्ला के हवाले से बताया कि गांव में धन के अभाव में एक महिला का अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा था।
मीणा ने कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मियों के जरिये कुछ धनराशि मृतका के पति के पास भेजी और गांव के अन्य लोगों से भी मदद करने के लिए कहा। कुछ पुलिसकर्मियों ने भी स्वेच्छा से मदद की।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने पैसे दिये और महिला के शव का बुधवार शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
राम भजन ने बताया कि वह खुद भी काफी दिनों से बुखार से पीड़ित है। उसका एक बेटा तथा तीन बेटियां हैं।