Election Result: पार्टी और प्रत्याशियों के चुनावी जीत के जश्न पर प्रतिबंध, 2 मई को 6 राज्यों में होगी मतगणना

डीएन ब्यूरो

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव का परिणाम 2 मई को घोषित किये जाने है लेकिन इस बार जीतने वाले प्रत्याशी और पार्टियां चुनावी जीत का जश्न नहीं मना सकेंगे। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

यूपी में पंचायत और बंगाल में विधान सभा चुनाव का एक और चरण बाकी (फाइल फोटो)
यूपी में पंचायत और बंगाल में विधान सभा चुनाव का एक और चरण बाकी (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच पांच राज्यों के विधान सभा और यूपी पंचायत चुनाव कराने को लेकर कई तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं। अब कोरोना के कहर को देखते हुए भारतीय निर्वाचन आयोग ने 6 राज्यों में 2 मई को होने वाली मतगणना के दौराऩ और उसके बाद पार्टी व प्रत्याशियों के चुनावी जीत के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब जीत के बावजूद भी कोई दल या व्यक्ति विजयी जुलूस के साथ ही सार्वजनिक तौर पर जश्न नहीं मना सकेगा।

भारतीय निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को 2 मई के चुनाव परिणामों पर सार्वजनिक जश्न पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। हालांकि आयोग द्वारा अभी इसके लिये विस्तृत नियम और शर्तें जारी की जानी बाकी है। आयोग द्वारा इसके जुड़ा डिटेल ऑर्डर जल्द ही जारी किया जाएगा। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग ने कोरोना संकट के मद्देनजर यह आदेश दिया है। 

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बता दें कि दो मई को देश के 6 राज्यों में हुए चुनाव परिणाम घोषित होने हैं। इनमें पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और केरल में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के नतीजे शामिल हैं।

हालांकि अभी पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिये अंतिम चरण का मतदान होना बाकी है। सभी चुनाव परिणाम एक साथ 2 मई को घषित होने हैं।

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सोमवार को मद्रास हाई कोर्ट ने भी चुनाव आयोग को जमकर फटकार लगाई थी। हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को कोरोना की दूसरी लहर के लिए इकलौता जिम्मेदार बताया। इसके साथ ही चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी ने कहा कि निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के खिलाफ हत्या के आरोपों में भी मामला दर्ज किया जा सकता है। अदालत की इस टिप्पणी के बाद आज आयोग ने यह  ताजा आदेश जारी किया है।










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