West Bengal Assembly Poll Dates: पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होंगे विधान सभा चुनाव, जानिये तिथियां और आयोग की अहम घोषणाएं

डीएन ब्यूरो

भारत निर्वाचन आयोग ने आज पश्चिम बंगाल समेत देश के पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव की तिथियों की घोषणा कर दी है। डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

बंगाल में 294 सीटों पर होने हैं चुनाव
बंगाल में 294 सीटों पर होने हैं चुनाव


नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित कर दी है। विधानसभा चुनाव लेकर भारतीय चुनाव आयोग द्वारा प्रेस कांफ्रेंस की जा रही है। चुनाव की तिथियों की घोषणा के साथ ही इन सभी पांच राज्यों में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।

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पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा। बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण में मतदान होगा। दूसरे चरण में 1 अप्रैल को मतदान होगा। तीसरे चरण में 6 अप्रैल, चौथे चरण में 10 अप्रैल, पांचवें चरण में 17 अप्रैल, छठे चरण में 22 अप्रैल, सातवें चरण में 26 अप्रैल और आठवें चरण में 29 अप्रैल को मतदान होगा। जबकि मतगणना सभी राज्यों के साथ 2 मई को की जाएगी।

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चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण

 पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित करने से पहले मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सभी चुनाव अधिकारी कोरोना वॉरियर्स हैं। कोरोना को देखते हुए सभी चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण किया जाएगा। चुनाव के दौरान कोरोना नियमों का पालन जरुरी होगा। घर-घर संपर्क के लिए भी नियम होंगे। चुनाव प्रचार के लिए केवल 5 लोगों को एक साथ जाने की अनुमति होगी। नामांकन की प्रक्रिया और सिक्योरिटी मनी ऑनलाइन भी जमा कराई जा सकती है। रैली के लिए मैदान तय होंगे। सुरक्षा बल एडवांस ही भेजे जा रहे हैं।

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824 विधानसभा क्षेत्र, 18.68 करोड़ मतदाता, 2.7 लाख बूथ

मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने कहा कि हमने विधान सभा चुनाव वाले सभी राज्यों का अनेक बार दौरा किया। सीईसी ने कहा कि 24 मई को तमिलनाडु विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। 31 मई को असम की विधानसभा का कार्यकाल खत्म होगा। इन पांच राज्यों की कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख बूथ पर मतदान करेंगे। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में कोरोना के कारण मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया है। चुनाव ग्राउंंड फ्लोर पर होंगे। 

चुनाव आयोग के लिए लिटमस टेस्ट

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने कहा कि हमारे लिए मतदाताओं को सुरक्षित, मजबूत और जागरूक रखना सबसे बड़ा काम है। हमने कोरोना दौर में राज्यसभा की 18 सीटों के लिए चुनाव की शुरुआत की। इसके बाद बिहार चुनाव कराया। यह वास्तव में चुनाव आयोग के लिए लिटमस टेस्ट साबित हुआ।

कोविड-19 में चुनावी ड्यूटी

अब ये पांच विधान सभा चुनाव ज्यादा चुनौती भरे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान कई कर्मचारी और अधिकारी तो कोविड संक्रमण की चपेट में आए। ठीक हुए और फिर चुनावी ड्यूटी निभाई। हमने ऐसे कई कोरोना वीरों को राष्ट्रपति से पुरस्कार दिलाया। उनका सम्मान किया। 

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सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोविड योद्धाओं, चिकित्सकों, पैरामेडिक्स, नर्सों, वैज्ञानिकों और हमारे सभी अधिकारी जो चुनावी ड्यूटी में अग्रिम पंक्ति में तैनात थे, हम उन्हें धन्यवाद कहते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में हुए विधानसभा चुनाव को सफलतापूर्वक सुनिश्चित कराने में इनका अहम योगदान रहा।

कोरोना गाइडलाइंस का होगा पालन

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि वर्ष 2021 ने वैश्विक समुदाय की एकजुटता और समझ में लचीलापन बनाया है। उन्होंने कहा कि कोरोना माहमारी को ध्यान में रखते हुए ये चुनाव होंगे। कोरोना योद्धाओं को सलाम। मतदाताओं की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। चुनाव के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन होगा।

पश्चिम बंगाल में विधानसभा की 294 सीटें हैं। मौजूदा समय में यहां ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सरकार है। पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई 2021 खत्म हो रहा। पिछले विधान सभा चुनाव में यहां टीमसी को सबसे ज्यादा 211, कांग्रेस को 44, लेफ्ट को 26 और भाजपा को तीन सीटों पर जीत मिली थी। 

बता दें कि देश के जिन पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव होने हैं, उनमें पश्चिम बंगाल,असम, केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी शामिल है। इन सभी राज्यों में अप्रैल-मई के बीच चुनावी प्रक्रिया को संपन्न कराया जाना जरूरी है।










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