सुषमा: आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का किसी धर्म से लेना-देना नहीं
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामिक देशों के संगठन (आआईसी) के मंच से शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को किसी धर्म विशेष के विरुद्ध लड़ाई नहीं माना जाना चाहिए।
अबू धाबी: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामिक देशों के संगठन (ओईसी) के मंच से शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को किसी धर्म विशेष के विरुद्ध लड़ाई नहीं माना जाना चाहिए।
EAM @SushmaSwaraj at #OIC :The fight against terrorism is not a confrontation against any religion. It cannot be. Just as Islam literally means peace,none of the 99 names of Allah mean violence. Similarly, every religion in the world stands for peace, compassion & brotherhood.
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) March 1, 2019
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स्वराज ने ओआईसी सम्मेलन के आरंभिक सत्र को बतौर सम्मानित अतिथि संबोधित करते हुए कहा,“आतंकवाद के कारण जिंदगियां तबाह हो रही हैं और इसने विश्व को बड़े खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और खाड़ी तथा उत्तरी अफ्रीका, साहेल क्षेत्र, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, अफगानिस्तान, बंगलादेश और भारत की विविधता में हमने आतंकवाद का वीभत्स चेहरा देखा है।”
विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को किसी धर्म विशेष के विरुद्ध लड़ाई नहीं माना जाना चाहिए। आतंकवाद और चरमपंथ के भिन्न-भिन्न नाम और उपनाम हैं। इनके पीछे अलग-अलग तरह के कारण बताये जाते हैं लेकिन हर मामले में इसे धर्म के विकृत रूप से बढ़ावा मिलता है।
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पाकिस्तान ने इस सम्मेलन का बहिष्कार किया है। उसने संयुक्त अरब अमीरात से आग्रह किया था कि भारत को बतौर विशिष्ट अतिथि इस सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया जाये, भारत को न्यौता देने पर वह सम्मेलन का बहिष्कार करेगा। ओआईसी ने पाकिस्तान की परवाह नहीं करते हुए भारत को इस सम्मेलन में बतौर सम्मानित अतिथि बुलाया जिससे नाराज पाकिस्तान ने इसमें नहीं जाने का निर्णय लिया। (वार्ता)