1889 में स्थापित सीआईसी का पहला पुराछात्र सम्मेलन 12 मार्च को

डीएन ब्यूरो

वर्ष 1889 में स्थापित कर्नलगंज इंटरमीडिएट कॉलेज (सीआईसी), जो संगम नगरी के सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है, 12 मार्च को अपना पहला पुराछात्र सम्मेलन मनाने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के पुराछात्र एकत्रित होंगे। सीआईसी के प्रबंधक प्रोफेसर महेश चंद्र चट्टोपाध्याय ने यह जानकारी दी।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

सीआईसी
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प्रयागराज:वर्ष 1889 में स्थापित कर्नलगंज इंटरमीडिएट कॉलेज (सीआईसी), जो संगम नगरी के सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है, 12 मार्च को अपना पहला पुराछात्र सम्मेलन मनाने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के पुराछात्र एकत्रित होंगे। सीआईसी के प्रबंधक प्रोफेसर महेश चंद्र चट्टोपाध्याय ने यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सीआईसी के प्रधानाचार्य अजय कुमार की पहल पर यह आयोजन किया जा रहा है।

चट्टोपाध्याय के अनुसार, सीआईसी से पढ़ने वाले छात्रों में लोकप्रिय पार्श्व गायक अभिजीत घोषाल, अर्जुन पुरस्कार विजेता अभिन्न श्याग गुप्ता, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सुजीत कुमार, पूर्व उप सेना प्रमुख शांतनु चौधरी, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अजीत कुमार, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अमरनाथ केसरवानी और राजनेता राजा भैया शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिक राजेश श्रीवास्तव, गुजरात के अपर पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) अनुपम सिंह गहलौत, कैंसर सर्जन डॉ. सपन कुमार श्रीवास्तव, अमेरिका के इलिनॉयस विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गोविंदजी भी सीआईसी के छात्र रह चुके हैं।

चट्टोपाध्याय के मुताबिक, सीआईसी को हाईस्कूल की मान्यता मिलने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यहां 12 मार्च को पहली बार पुराछात्र सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें पुराछात्र शामिल होंगे।

पार्श्वगायक अभिजीत घोषाल ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हमें अक्टूबर में पुराछात्र सम्मेलन के बारे में खबर मिली थी, जिससे बेहद खुशी हुई थी। सीआईसी में पढ़ाई का ऐसा माहौल था, जिसकी बदौलत आज यहां के छात्र विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।”

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घोषाल ने कहा, “सीआईसी से पढ़ाई कर चुके हमारे कई सहपाठी विदेश में उच्च पदों पर आसीन हैं। हम सब मिलकर इस कॉलेज को संवारने में योगदान करेंगे।”

कमला नेहरू अस्पताल में कैंसर सर्जन डॉ. सपन कुमार श्रीवास्तव ने पुराछात्र सम्मेलन के बारे में कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि वर्षों बाद पुराने छात्र मिलेंगे और पुरानी यादें ताजा करेंगे। सभी मिलकर सीआईसी का पुराना गौरव वापस लाने का प्रयास करेंगे।”

चट्टोपाध्याय ने बताया कि भविष्य में इस कॉलेज की एस्बेस्टस शीट की छत वाली 12 कक्षाओं की छत को पक्की करवाने और यहां आधुनिक सुविधाओं से लैस एक ऑडोटोरियम बनाने की योजना है, जिसके लिए एक से डेढ़ करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी।

उन्होंने बताया कि कर्नलगंज इंटर कॉलेज का हॉकी मैदान ‘हॉकी की नर्सरी’ रहा है, जहां भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सुजीत कुमार और पूर्व सदस्य अरशद इदरीस, सुनील यादव व राजेश वर्मा सहित कई अन्य दिग्गज हॉकी खिलाड़ी तैयार हुए हैं।

चट्टोपाध्याय के मुताबिक, सीआईसी से पढ़े यश दयाल ने 2022 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की गुजरात टाइटंस टीम में जगह बनाई और बाद में भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होकर इस विद्यालय का गौरव बढ़ाया।

वर्ष 1992 में उत्तर प्रदेश में नकल अध्यादेश लागू होने के बाद जहां पूरे राज्य में हाईस्कूल का परीक्षाफल मात्र 14 प्रतिशत था, वहीं इस विद्यालय का परीक्षाफल 80 प्रतिशत रहा था। सीआईसी की इस उपलब्धि के लिए बीबीसी ने प्रबंधक चट्टोपाध्याय और यूपी बोर्ड के तत्कालीन सचिव पवनेश श्रीवास्तव का विशेष साक्षात्कार प्रसारित किया था।

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चट्टोपाध्याय ने बताया कि पुराछात्र सम्मेलन के अवसर पर कॉलेज के भीतर नवनिर्मित बैडमिंटन और बास्केटबाल कोर्ट का उद्घाटन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीआईसी अब हर साल पुराछात्र सम्मेलन आयोजित करेगा।

भाषा

राजेंद्र राजेंद्र पारुल

पारुल










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