Floods: अंबाला में बाढ़ से वैज्ञानिक उपकरणों के निर्माता प्रभावित, जानिये कितने का हुआ नुकसान
देश में वैज्ञानिक उपकरणों के सबसे पुराने विनिर्माण केंद्रों में से एक हरियाणा का अंबाला हाल ही में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे निर्माताओं को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
अंबाला: देश में वैज्ञानिक उपकरणों के सबसे पुराने विनिर्माण केंद्रों में से एक हरियाणा का अंबाला हाल ही में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे निर्माताओं को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।
विभिन्न कारोबारी संगठनों के अनुसार, वैज्ञानिक उपकरणों की विनिर्माण इकाइयों को करीब 300 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
इन इकाइयों में से अधिकतर शैक्षणिक और तकनीकी संस्थानों में उपकरणों की आपूर्ति करती हैं। वहीं इन उपकरणों का निर्यात भी किया जाता है।
क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी बारिश से कृषि भूमि के साथ-साथ आवासों को भी नुकसान पहुंचा है, जबकि दोनों शहरों- अंबाला सिटी और अंबाला छावनी के कारोबारी क्षेत्रों पर भी इसका बड़ा असर देखने को मिला।
बाढ़ का पानी घुस जाने से अंबाला कैंट इलाके के वैज्ञानिक उपकरण उद्योग को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इससे काम ठप हो गया है और करोड़ों रुपये की मशीनें तथा उपकरण लगभग बेकार हो गए हैं और कच्चा माल क्षतिग्रस्त हो गया।
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संगठनों के अनुसार, ‘‘करीब 100 विनिर्माण इकाइयां तीन दिन तक चार से पांच फुट पानी में जलमग्न रही। क्षेत्र में भारी बारिश होने से तंगरी नदी का पानी विनिर्माण केंद्र में घुस गया।’’
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अंबाला कैंट के एक विनिर्माता सतीश सैनी ने बताया कि बाढ़ से करीब 300 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि अचानक आई बाढ़ ने व्यापारियों को अपना सामान सुरक्षित स्थान तक ले जाने का भी वक्त नहीं दिया।
कई विनिर्माताओं ने बताया कि महंगी मशीनें, तैयार माल, बिजली उपकरण और फर्नीचर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
उन्होंने बताया, ‘‘कई राज्यों के ऑर्डर रद्द हो गए, क्योंकि हम समय पर सामान नहीं पहुंचा पाए।’’
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अंबाला साइंस इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एएसआईएमए) के पदाधिकारी सौरभ नागपाल ने कहा कि अधिकांश विनिर्माण इकाइयों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि सरकार को नुकसान का आकलन करने और मुआवजा देने के लिए एक समिति का गठन करना चाहिए, वहीं सरकार को प्रभावित इकाइयों को कर और बिजली बिलों में रियायत देनी चाहिए।
अंबाला सिटी के मशहूर खुदरा कपड़ा बाजार को भी बाढ़ से काफी नुकसान पहुंचा है। बाजार के अध्यक्ष विशाल बत्रा ने बताया कि बाढ़ का पानी दुकानों में घुस गया और इसमें करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।