नहीं रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास, पढ़िए सियासी सफ़र..
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष अखिलेश दास का लखनऊ में दुखद निधन हो गया है। अखिलेश दास को दिल का दौरा पड़ा था। वह केजीएमयू के कार्डियोलाजी विभाग में भर्ती थे।
लखनऊ: कांग्रेस के बड़े नेता डा. अखिलेश दास का दिल का दौरा पड़ने से बीती रात को निधन हो गया। अखिलेश दास मंगलवार मध्यरात्रि अपने घर में बेहोश हो गए थे जिसके बाद उन्हें बुधवार सुबह मेडिकल कॉलेज के लारी हार्ट सेंटर में एडमिट कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
56 साल के डॉ. दास यूपीए सरकार में मंत्री भी रह चुके थे। वह फिलहाल भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष थे।
अखिलेश दास का जन्म 31 मार्च 1961 को लखनऊ में हुआ था। उनके दो बच्चे हैं।
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अखिलेश दास का सियासी सफ़र
- सोनिया गांधी के करीबी रहे अखिलेश दास पहली बार साल 1996 में कांग्रेस से राज्यसभा सांसद बने।
- 2002 में लगातार दूसरी बार में राज्यसभा सदस्य बने।
- मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में उन्हें 2004 में केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री का ओहदा दिया गया।
- राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने पर वे नवंबर 2008 में बसपा में शामिल हो गए थे।
- 1979 से 1980 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे बनारसी दास गुप्ता के बेटे थे अखिलेश दास गुप्ता।
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अखिलेश दास लखनऊ के मेयर भी रहे।
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उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में काफी अहम योगदान दिया। एम्बुलेंस, शिक्षा, खेल समेत कई क्षेत्रों में उन्होंने अपना योगदान दिया। उनके द्वारा स्थापित बाबू बनारसी दास इंजीनियरिंग कॉलेज लखनऊ का प्रतिष्ठित नाम है जहां से हजारो इंजीनियर हर साल निकलते हैं।
इसके अलावा अखिलेश दास ने खेल के क्षेत्र में भी काफी योगदान दिया है। उन्होंने बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी भी खोली। इसके अलावा वे खुद भी एक नेशनल लेवल के बैडमिंटन खिलाड़ी थे।