गणेश चतुर्थी: आसमान से गणपति पर नजर, 23 कैरेट सोने से सजे 70 किलो के विघ्नहर्ता

डीएन संवाददाता

पूरे देश में गणेश चतुर्थी की शुरूआत होने के साथ ही भक्तों के घरों में गणपति विराजमान होने लगे हैं। अब अगले कुछ दिनों के पूरे देश में गणेशोत्सव की धूम मची रहेगी। डाइनामाइट न्यूज़ की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में पढ़ें देश में अलग-अलग रंग-रूप में सजे गणपति के बारे में..

कई रंग-रूपों में नजर आ रहे भगवान गणेश
कई रंग-रूपों में नजर आ रहे भगवान गणेश


नई दिल्ली: हर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ में भगवान गणेश का पूजन सबसे पहले किया जाता है। माना जाता है कि गणपति हर विघ्न-बाधा को हरते हैं, इसलिये उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। गणेश चतुर्थी का खास दिन भगवान गणेश के लिये समर्पित होता है। इस दिन भक्त भगवान गणेश को अपने घरों में लेकर आते है और कुछ दिनों तक दिन-रात पूजा-अर्चना के बाद उन्हें भारी मन से विदा कर दिया जाता है।

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पूरे देश में गणेश चतुर्थी के मौके पर भगवान गणेश के कई रंग-रूप सामने आ रहे है। पूरे देश खासकर महाराष्ट्र में भगवान गणेश के विशाल और शानदार पांडाल बनाये गये है। गणेश प्रतिमाओं को कलाकारों ने इस तरह से तैयार किया हुआ है कि हर कोई आश्चर्य में पड़ जाये।

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सायन में जीएसबी मंडल ने बनाया सोने का गणेश

 

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मुबंई के उपनगर सायन पूर्व में जीएसबी मंडल का गणेशोत्सव पर बनाया गया पांडाल और भगवान गणेश की प्रतिमा सभी का ध्यान खींच रहा है। यहां भक्तों ने 23 कैरेट सोने के साथ 70 किलो की गणेश प्रतिमा तैयार की हुई है। भगवान गणेश के दर्शन के लिये यहां दूर-दूर से लोग आ रहे है। शुद्ध सोने से सुसज्जित गणेश प्रतिमा की देख-रेख और सुरक्षा के लिये ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। आसमान में ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है।  










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