पुलिस से त्रस्त दुष्कर्म पीड़िता ने कहा- मुझे इच्छामृत्यु दे दो

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में कथित रूप से बलात्कार की पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास जाकर लगाई न्याय की गुहार। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर...



लखनऊ: बुधवार को एक साल से दर-दर की ठोकर खा रही गैंगरेप पीड़िता आखिरकार दुखी होकर सीएम आवास पहुंची और इच्छामृत्यु की मांग की। जहां पीड़िता ने आरोप लगाया की बीती 18 अक्टूबर 2018 को बंदूक की नोंक पर, उसके साथ गांव के ही कुछ दबंगों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। मगर एक साल से ज्यादा बीत जाने पर भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नही कर पाई है। 

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यूपी के डीजीपी क्राइम कंट्रोल और महिला अपराधों की दशा में तत्काल कारवाई के चाहे जितने आदेश जारी कर ले। मगर पुलिसकर्मियों पर जैसे इन आदेशों का कोई असर नही होता। शायद यही वजह है की गैंगरेप की घटना के पीड़ित परिवार को पैदल चलकर रायबरेली से सीएम आवास लखनऊ आना पड़ा हैं।

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मामलें में रायबरेली पुलिस के रवैये से नाराज परिवार ने इंसाफ न मिलने की दशा में इच्छा मृत्यु की मांग कर डाली। रायबरेली से पीड़ित परिवार के सीएम आवास पहुंचे की सूचना पर हजरतगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ले कर रायबरेली पुलिस से बात कर उन्हे जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं पीड़िता ने आरोप लगाया की उसका परिवार मजदूरी कर अपनी जीविका चलाता है और आरोपी लगातार पुलिस से अपनी शिकायत वापस लेने के लिए धमकी दे रहे हैं। पुलिस पीड़ित परिवार को लगातार एक साल से ज्यादा समय से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दे कर टरका रही है। रायबरेली की इस घटना ने अपराध नियंत्रण और फ्रेंडली पुलिसिंग के सरकारी दावों की एक बार फिर से पोल खोलकर रख दी है।










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