जर्मन रक्षा मंत्री ने मुंबई स्थित पश्चिमी नौसेना कमान का दौरा किया, जानिये पूरा अपडेट
भारत और जर्मनी के बीच रक्षा संबंधों को और मजूबती प्रदान करने के लिए रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस के नेतृत्व में एक जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने यहां नौसेना की पश्चिमी कमान और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) का दौरा किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
मुंबई: भारत और जर्मनी के बीच रक्षा संबंधों को और मजूबती प्रदान करने के लिए रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस के नेतृत्व में एक जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने यहां नौसेना की पश्चिमी कमान और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) का दौरा किया। नौसेना ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पिस्टोरियस ने नौसेना की पश्चिमी कमान दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय नौसेना के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत की जिनमें नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी शामिल हैं।
पिस्टोरियस नीत प्रतिनिधिमंडल में भारत में जर्मन राजदूत डॉ फिलिप एकरमैन भी शामिल थे।
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प्रतिनिधिमंडल ने बाद में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का भी दौरा किया, जहां उन्हें स्वदेशी पोत निर्माण क्षमता की जानकारी दी गई।
मुंबई की यात्रा के दौरान, पिस्टोरियस ने नवीनतम स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस मोरमुगाओ का भी दौरा किया।
भारत और जर्मनी ने 2006 में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। उसके बाद दोनों देशों के सैन्य संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। नौसेना ने एक बयान में कहा कि समुद्री क्षेत्र में सहयोग भारत और जर्मनी के संबंधों का सबसे स्थायी और महत्वपूर्ण पहलू है।
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नौसेना ने कहा कि दोनों देशों की नौसेनाएं चिंता वाले समुद्री क्षेत्रों, पायरेसी-रोधी, मानवीय सहायता और आपदा राहत पर विचार साझा करती हैं। बयान में कहा गया है कि जर्मन रक्षा मंत्री पिस्टोरियस की मौजूदा यात्रा से दोनों देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे।