गाजीपुर: सिपाही की शिकायत पर IPS, दारोगा समेत 18 पुलिसकर्मियों पर 3 साल बाद FIR दर्ज
यूपी के गाजीपुर में गुरुवार को पुलिस महकमे से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गाजीपुर: यूपी के गाजीपुर में चंदौली में तैनात सिपाही की शिकायत पर आईपीएस समेत 18 पुलिसकर्मियों के विरुद्ध नंदगंज थाना में आपराधिक मामला दर्ज हुआ है। इसमें चंदौली जिले के एसपी रहे अमित कुमार (द्वितीय) के साथ कोतवाल, दारोगा और कई सिपाहियों के नाम शामिल हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तीन साल बाद कंटेंम्ट के आदेश पर आखिरकार 27 नवंबर बुधवार को केस दर्ज हुआ। हाईकोर्ट के आदेश पर इन सभी पुलिस वालों के खिलाफ नंदगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
यह भी पढ़ें |
गोरखपुर: सिकरीगंज में पुलिस पर हमले के आरोप में 40 पर केस, 4 गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार साल 2021 में चंदौली में तैनात सिपाही अनिल कुमार सिंह ने पुलिस वालों द्वारा की जा रही अवैध धन वसूली का भंडाफोड़ किया था। SIT जांच में सिपाही के आरोपों को सही पाया गया था, जिसके बाद तत्कालीन एसपी अमित कुमार के साथ सभी 18 पुलिस वाले सिपाही अनिल की जान के पीछे पड़ गए।
पीड़ित सिपाही अनिल कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि आलाधिकारियों ने इस भंडाफोड़ के बाद चार लोगों की हत्या कराकर उसका भी अपहरण करने प्रयास का किया था।
यह भी पढ़ें |
Triple Murder in Delhi: नेब सराय इलाके में ट्रिपल मर्डर से कांपी दिल्ली, परिजनों में कोहराम
पीड़ित अनिल वाराणसी का रहने वाला है। जबकि, गाजीपुर के नंदगंज के ग्राम बड़सरा में उसकी ससुराल है। आरोप है कि जुलाई, 2021 को ससुराल से उसके अपहरण की असफल कोशिश की गई थी। जिसके बाद अनिल द्वारा नंदगंज थाने में तहरीर दी गई, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
गौरतलब है कि ये मामला साल 2021 से लंबित था। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जब पुलिस वालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ तो शिकायतकर्ता सिपाही ने हाईकोर्ट में कंटेंम्ट दायर किया, जिसके बाद 27 नवंबर 2024 को नंदगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई। पूरा मामला पुलिस के कथित संगठित अपराध और मासिक 12,50,000 रुपये वसूली से जुड़ा हुआ है और बहुत ही गंभीर है।