गाज़ीपुर: अजीब शौक ने बदल दी युवक की किस्मत, रातों-रात बना स्टार, जानिए पूरी रोचक कहानी
यूपी के गाज़ीपुर में अपने एक शौक के कारण एक युवक रातों-रात स्टार बन गया और उसके चर्चे विश्व भर में हो रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
ग़ाज़ीपुर: जनपद के ग्राम पंचायत दिलदारनगर स्थित अल दीनदार शम्सी म्यूज़ियम एंड रिसर्च सेंटर के संस्थापक कुँअर मुहम्मद नसीम रज़ा ने संग्रहालय के लिए पिछले 20 वर्षों से कई पांडूलिपियों, दूर्लभ प्राचीन वस्तुओं का संग्रह कर रखा है।
इन्हीं में से 118 वर्ष पूर्व का भारतीय उर्दू भाषा मतदाता सूची को राष्ट्रीय धरोहर के रूप मे संरक्षित कर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2024 में अपना नाम दर्ज करवाया है। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से कोरियर द्वारा बाक्स सहित सर्टिफिकेट, मेडल, बैज भेजा गया है।
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सर्टिफिकेट पर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, वियतनाम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, नेपाल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रधान संपादक एवं संग्रहालय रेकोर दुनियाँ, इंडोनेशिया के उप निदेशक तथा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स मलेशिया के अध्यक्ष सहित पांच देशों के उच्च स्तरीय अधिकारीगण के हस्ताक्षर युक्त प्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ हैं।
इस 118 वर्षीय उर्दू भाषा मतदाता सूची को दो माह पूर्व इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भी दर्ज किया है।
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नसीम रज़ा बताते हैं कि संग्रहालय में उर्दू भाषा में प्रकाशित मतदाता सूची में सर्वप्रथम सन् 1904-1905 ई.(उर्दू) 1906-1907 ई.(उर्दू) 1918-1919 ई.(उर्दू) एवं 1945 ई. (हिन्दी, उर्दू) के कुल 5 मतदाता सूची सुरक्षित किए गए हैं।
भारत का नाम गौरवान्वित करने वाले एशिया पटल पर दर्ज कराते हुए इस सम्मान से कुँअर मुहम्मद नसीम रज़ा के शुभचिंतकों, मित्रों सहित ग्रामवासी, क्षेत्रवासी तथा जनपदवासियों, प्रदेशवासियों ने उन्हें बधाई दी है।