Ghazipur news:अब्दुल हमीद की जयंती पर गाजीपुर पहुंचे मोहन भागवत, हिंदू राष्ट्र को लेकर दिया बड़ा बयान
यूपी के गाजीपुर में अब्दुल हमीद की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत। उनका संबोधन बना चर्चा का विषय। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
गाजीपुर: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आज गाजीपुर पहुंचे। यहां उन्होंने डॉ. रामचंद्रन श्रीनिवासन द्वारा लिखी पुस्तक "मेरे पापा परमवीर" का लोकार्पण किया। यह पुस्तक परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद पर आधारित है।
फौजी के जीवन से लेनी चाहिए प्रेरणा।
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मोहन भागवत ने अब्दुल हमीद की जयंती पर धामुपुर गांव मे वीर अब्दुल हमीद पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद व उनकी पत्नी रसूलन बीबी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। इसके बाद मंच पर पहुंचकर "मेरे पापा परमवीर" पुस्तक का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के पश्चात उन्होंने मंच से संबोधित करते कहा कि किस तरह से एक फौजी या फिर शाहिद के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि वीर अब्दुल हमीद का जीवन बताता है कि विकास कैसे होना चाहिए।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, उन्होंने कहा कि विकास एकाएक नहीं होता है। हमारे जवान सीमा पर लड़ते हैं। लड़ाई लड़ने पर गोली भी लग जाती है। मोहन भागवत ने आगे कहा कि उन गोलियों के सामने आदमी के पास दो विकल्प रहते हैं। एक तो वह भाग जाए, लेकिन फौजी भगता नहीं है। उसे सीमा की सुरक्षा का दायित्व दिया गया है। ऐसे में प्राण देकर भी मातृभूमि की रक्षा करनी है। यही हमारा दायित्व है।
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मोहन भागवत ने कहा कि हमारे देश में भले ही अलग-अलग जाति धर्म संप्रदाय व अलग-अलग प्रदेश हों, लेकिन यहां के लोगों में यह है कि हम पराया धन नहीं खाएंगे। हम अपनी मेहनत का खाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश में अलग-अलग भाषा व बोलियां बोली जाती हैं, लेकिन राष्ट्र और देश के नाम पर सब एक हैं। जब भी भारत पर चीन या पाकिस्तान जैसे देश हमला करते हैं तो ऐसे वक्त में सभी जाति धर्म और प्रदेश के लोग एक होकर एक हिंदू राष्ट्र की रक्षा के लिए खड़े हो जाते हैं।
परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के बेटे जैनुल ने अपने समाज के लोगों को आवाहन किया कि संघ को ठीक से जानना है तो संघ से जुड़िए। यह सेवा व समर्पण का बहुत बड़ा मंच है। यह वतन को विश्व गुरु बनाने का भरोसा दिलाता है।