Yoga And Fitness: रहना है फिट तो अपनाएं योग, मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के निदेशक विक्रम सिंह डाइनामाइट न्यूज़ पर लाइव
सेहतमंद बने रहने के लिए योग के महत्व से सभी लोग भलिभांति परिचित है। लेकिन योग की सुलभता और इसके प्रशिक्षण को लेकर बहुत कम लोग वाकिफ है। डाइनामाइट न्यूज़ ने देश के प्रतिष्ठित मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के निदेशक विक्रम सिंह इस बारे में खास बातचीत की। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में देखें उनका पूरा इंटरव्यू
नई दिल्ली: स्वस्थ तन और मन के लिये नियमित योग करना हर व्यक्ति के लिए हमेशा सर्वोत्तम माना जाता है। सदियों से चले आ रहे योग का महत्व आपाधापी, व्यस्त और दौड़-धूप भरे जीवन में अब और भी बढ़ गया है। देश में योग को सर्वसुलभ बनाने और इसके जरिये लोगों को फिट रखने में दिल्ली के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (Morarji Desai National Institute of Yoga) वर्षों से अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ ने मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के निदेशक विक्रम सिंह से खास बातचीत की और उनसे संस्थान द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों, पाठ्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में जाना, ताकि आम व्यक्ति भी योग से लाभ प्राप्त कर सेहतमंद बने।
आयुष मंत्रलाय के अधीन स्वायत्त संस्थान के रूप में स्थापित एमडीएनआईवाई (MDNIY) के निदेशक विक्रम सिंह (Vikram Singh) से डाइनामाइट न्यूज़ की बातचीत के खास अंश
सवाल: मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के गठन का उद्देश्य क्या है और इसके मुख्य काम क्या है?
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जवाब: मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान मुख्य तौर पर तीन काम करता है। इंस्टीट्यूट होने की वजह से संस्थान द्वारा योगा के कोर्स संचालित किये जाते हैं। योगा में बीएससी और एमएससी के पाठ्यक्रम भी चलाये जाते हैं। योग पर रिसर्च और योग के प्रचार प्रसार को लिए भी संस्थान द्वारा काम किये जाते हैं।
सवाल: आज के समय में योग का महत्व बढ़ गया है। हर कोई फिटनेस चाहता है। प्रधानमंत्री की पहल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी मनाया जाता है। आम लोग योग से कैसे जुड़ सकते हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है?
जवाब: आम आदमी को योग का लाभ मिले, इसके लिये हमने सातों दिन अपने संस्थान को पब्लिक के लिए खोला है। शनिवार और रविवार को हम 7 बजे से 9 बजे तक फ्री योगा कराते हैं। इसमें योगासना, प्रणायाम, ध्यान आदि को हम फ्री में कराते हैं। संस्थान द्वारा संचालित इन कक्षाओं में ब्यूरोक्रेसी, ज्यूडीशरी समेत कई क्षेत्रों से जुड़े अधिकारी, राजनीतिक लोगों के परिवार के लोग और आम आदमी भी इन कक्षाओं में आते हैं।
संस्थान में ओपीडी का भी संचालन
इनके अलावा हमारे पास योग से जुड़े कई अन्य कोर्सेस भी है, जो वर्किंग डे और वीकेंड में चलाये जाते हैं। हमारे यहा ओपीडी भी चलती है। जरूरत के हिसाब से विशेष थैरेपी भी लोगों को दी जाती है। इसे सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक चलाया जाता है। शनिवार को ये सुबह 8 बजे से दोपहर तक होती है। इसके लिये यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं और इलाज कराते हैं।
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सवाल: संस्थान द्वारा किस तरह के कोर्सेज का संचालन किया जाता है और इसकी प्रक्रिया व ड्यूरेशन क्या है?
जवाब: यहां शॉर्ट टर्म कोर्सेस भी है और लॉंग टर्म कोर्सेस भी। शॉर्ट टर्म में हमारा फाउंडेशन कोर्स मैन है, जो 50 घंटे का होता है। यदि कोई एक दिन में एक-दो घंटे दे तो यह कोर्स डेढ़-दो माह में पूरा हो जाता है।
योगा में डिप्लोमा कोर्सेस
दूसरा हमारा तीन महीने का कोर्स है, जिसे वैलनेस इंस्ट्रेक्टर भी कहते हैं। इसके अलावा एक कोर्स 6 महीने का भी है। इसके अलावा डिप्लोमा कोर्सेस भी है। डिप्लोमा के लिये न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन है।
योगा में बीएससी-एमएससी
हमारा संस्थान आईपी यूनिवर्सिटी से संम्बद्ध है। इसलिये यहां योगा में बीएससी के लिए तीन साल का पाठ्यक्रम और एमएससी के लिये दो साल का पाठ्यक्रम भी संचालित होता है। इनके अलवा भी संस्थान द्वारा कई स्पेशल और अन्य तरह के कोर्सों का भी संचालन किया जाता है, जिसमें कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है और इनका लाभ ले सकता है।