Electric Vehicles: विदेशी इलेक्ट्रिक कारों और गाड़ियों को खरीदना होगा ज्यादा महंगा, बढ़ सकती है कस्टम ड्यूटी
आयातित और विदेशी इलेक्ट्रिक कारों और गाड़ियों को खरीदना भारत में और महंगा हो सकता है। ऐसी संभवना है कि बजट में कस्टम ड्यूटी में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जिसके बाद ये गाड़ियां महंगी हो सकती है।
नई दिल्ली: भारत समेत पूरी दुनिया में इलैक्ट्रिक कारों और गाडियों का चलन तेजी से जोर पकड़ रहा है। भारत में इंपोर्टेड इलेक्ट्रिक गाडियों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन आने वाले समय में इस तरह की आयातित गाड़ियों की कीमत बढ़ सकती है। कुछ समय बाद भारत में इलैक्ट्रिक कार और गाडियां ज्याद महंगी हो सकती है। इंपोर्टेड इलैक्ट्रिक गाड़ियां आगामी बजट के बाद से भारत में महंगी हो सकती है।
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समझा जाता है कि सरकार जल्द ही पूरी तरह से बनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के इंपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा सकती है। ऐसा ही प्रस्ताव लीथियम आयन बैटरी के लिए भी है। बजट में कस्टम ड्यूटी बढ़ने से इंपोर्टेड इलेक्ट्रिक गाडियां और महंगी हो सकती हैं। इसकी वजह ये है कि सरकार CBU (Completely Built Unit) और SKD (Semi Knocked Down।) पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा सकती है।
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भारत में अभी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के आयात पर 40 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगती है। इसको 10 फीसदी बढ़ा कर 50 फीसदी पर लाया जा सकता है। देश में EV मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने और भारतीय कंपनियों को विदेशी कंपनियों के मुकाबले खड़ा करने को लिए ये फैसला हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक आगामी बजट में सरकार इसका ऐलान कर सकती है।