जानिये..अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री बनी गीता गोपीनाथ की उपलब्धियां

डीएन ब्यूरो

कर्नाटक के मैसूम में जन्मी गीता गोपीनाथ को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया है। इस पद को पाने वाली वह दूसरी भारतीय बन गई है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें गीता ने कैसे पाया यह मुकाम

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री चुनी गई  गीता गोपीनाथ (फाइल फोटो)
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री चुनी गई गीता गोपीनाथ (फाइल फोटो)


नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ी गीता गोपीनाथ को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF)ने मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया है।  कर्नाटक के मैसूर में जन्मी गीता इस पद पर पहुंचने वाली दूसरी भारतीय बनीं है। इससे पहले आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने इस पद पर अपनी सेवाएं दी थी। आईएमएफ ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में इस आशय की जानकारी दी है।    

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गीता गोपीनाथ (फाइल फोटो)

 

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आईएमएफ के अनुसार गोपीनाथ मारीस ओब्स्टफील्ड का स्थान लेंगी, बता दें कि ओब्सटफील्ड 2018 के अंत में इस पद से सेवानिवृत होंगे। मुख्य अर्थाशास्त्री का पद के लिए चुनी गई गीता को लेकर आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा कि गोपीनाथ दुनिया की बेहतरीन अर्थशास्रत्रियों में से एक है। उनके पास उम्दा शैक्षणिक योग्यता के साथ व्यापक अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी है।  

गीता गोपीनाथ पर एक नजर, यहां से ग्रहण की शिक्षा, इन पदों पर भी रह चुकी हैं काबिज

1. गीता ने दिल्ली से पढ़ाई के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन से एमए की डिग्री हासिल की है। उन्होंने अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री प्रिंसटन विश्वविद्यालय से 2001 में प्राप्त की थी। उन्होंने 2001 में ही शिकागो विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम शुरू किया था।  

गीता गोपीनाथ (फाइल फोटो)

 

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2. वह 2005 से हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ा रही है। यहीं नहीं बुहमुखी प्रतिभा की धनी गीता नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च में इंटरनेशनल फाइनेंस एंड मैक्रोइकॉनॉमिक्स प्रोग्राम की सह-निदेशक हैं। फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ बोस्टन में एक विजिटिंग विद्वान भी है । 

3. गीता फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यूयॉर्क की आर्थिक सलाहकार पैनल की सदस्य भी है साथ ही साथ केरल राज्य के मुख्यमंत्री की आर्थिक सलाहकार भी । यहीं नहीं गीता ने जी-20 मामलों पर प्रतिष्ठित व्यक्ति सलाहकार समूह के सदस्य के रूप में भी भारत के वित्त मंत्रालय के लिए काम भी किया है। 

4. 2017 में उन्हें वाशिंगटन विश्वविद्यालय से विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार मिला था। वहीं 2018 में वह अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में फैलो भी चुनी जा चुकी है। उन्हें आईएमएफ द्वारा 2014 में शीर्ष 25 अर्थशास्त्रियों में से एक का नाम दिया गया था।  
 










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