जगुआर के जवान ने प्रशिक्षण के दौरान लगाई फांसी
इंडिया रिजर्व बटालियन के एक जवान ने बुधवार की सुबह पलामू जिले में स्थित अपने प्रशिक्षण शिविर में फांसी लगा कर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।
मेदिनीनगर: इंडिया रिजर्व बटालियन के एक जवान ने बुधवार की सुबह पलामू जिले में स्थित अपने प्रशिक्षण शिविर में फांसी लगा कर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।
पलामू जिले के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने ‘पीटीआई/भाषा’ को बताया कि मृतक की पहचान आनीश कुमा वर्मा (33) के रूप में हुई है जो वर्तमान में झारखंड जगुआर में तैनात था।
उन्होंने कहा, ‘‘मामले की विस्तृत छानबीन की जा रही है।’’
सिन्हा ने बताया कि वर्मा नक्सल उन्मूलन के लिए बनाई गयी ‘जगुआर’ में प्रतिनियुक्त था और झारखंड आर्म्स पुलिस (जैप) -08 के लेस्लीगंज मुख्यालय में विशेष प्रशिक्षण ले रहा था।
यह भी पढ़ें |
आखिर क्यों तनाव में हैं देश के जवान, सीआरपीएफ जवान ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, वर्मा ने बुधवार की सुबह प्रशिक्षण के लिए कमरे से बाहर जाने से ठीक पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना पलामू जिले के लेस्लीगंज स्थित जैप-8 परिसर की है।
जवान की मौत के बाद साथी जवान एवं उसके भाई ने आईआरबी के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दीपक कुमार पर जवान के उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए और उनका घेराव किया। उन्होंने उपाधीक्षक के अलावा प्रशिक्षण देने वाले स्थानीय पुलिसकर्मियों पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने बताया कि परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम मेदिनीराय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में होगा।
जवान अनीश कुमार वर्मा 2013 में आईआरबी में बहाल हुए था और बाद में उसका चयन झारखंड जगुआर में हुआ। वह 23 जनवरी से लेस्लीगंज स्थित जैप 8 में प्रशिक्षण ले रहा था और मेस (भोजन) का प्रभारी था।
यह भी पढ़ें |
Jharkhand: पलामू में अब भी तनाव,अर्धसैनिक बलों ने निकाला फ्लैगमार्च 19 फरवरी तक बंद रहेगा इंटरनेट
प्रारंभिक जांच के अनुसार, बुधवार की सुबह 5:30 से 6:00 के बीच जब सारे जवान पीटी के लिए मैदान में चले गए थे इसी बीच वर्मा ने फांसी लगा ली। जब वह प्रशिक्षण के लिए मैदान में नहीं पहुंचा तो उसके साथी जवान उसे ढूंढते हुए टेंट में गए जहां उन्होंने वर्मा को फंदे से लटका हुआ देखा और तत्काल नीचे उतार कर लेस्लीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए।
वहां से वर्मा को बेहतर इलाज के लिए एमआरएमसीएच मेदनीनगर भेजा गया लेकिन मेदनीनगर ले जाने के क्रम में उसकी की मौत हो गई।