CM Yogi की नाराजगी के तीन घंटे बाद हटाए गए जलकल के महाप्रबंधक, वाराणसी से हटाकर भेजा गया गाजियाबाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीवर ओवरफ्लो और दूषित जलापूर्ति को लेकर नाराजगी जताई तो तीन घंटे के बाद ही जलकल के महाप्रबंधक को हटाया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश: वाराणसी शहर में सीवर ओवरफ्लो और दूषित जलापूर्ति के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी जलकल के महाप्रबंधक विजय नारायन मौर्य पर भारी पड़ी है। मुख्यमंत्री के लखनऊ जाने के बाद ही सोमवार की देर महाप्रबंधक को हटा दिया गया है।
उनका तबादला गाजियाबाद किया गया है। विजय नारायन को किस पद पर भेजा गया है, इसका जिक्र तबादला आदेश में नहीं है। सिर्फ इतना लिखा है कि गाजियाबाद में तत्काल कार्यभार ग्रहण करें।
यह भी पढ़ें |
Coronavirus Outbreak India: लखनऊ में तत्काल प्रभाव से ये जगहें रहेंगी बंद, सीएम ने दिए आदेश
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सर्किट हाउस में वाराणसी के विकास कार्यों की समीक्षा की थी। इससे पहले भाजपा के सांसद, विधायक, एमएलसी और राज्य सरकार के मंत्रियों से फीडबैक भी लिया था। इसमें सीवर ओवरफ्लो और दूषित जलापूर्ति का मामला उठाया गया था। इस पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई थी। जलकल के महाप्रबंधक को कामकाज सुधारने की हिदायत भी दी। समीक्षा बैठक के दौरान ही लग रहा था कि इस बार कार्रवाई होगी। देर रात महाप्रबंधक को हटाने का आदेश भी आ गया।
शहर की सीवर समस्या को ध्यान में रखकर नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने मातहतों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि कहीं से सीवर ओवरफ्लो की समस्या मिले तो तत्काल ठीक कराएं। कांवड़िया रूटों पर विशेष नजर रखे। इसमें लापरवाही हुई तो बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह भी पढ़ें |
CM योगी से मिलने पर अड़ा उन्नाव रेप पीड़िता का परिवार, अंतिम संस्कार करने से किया मना
जलकल के अभियंताओं की भी जिम्मेदारी तय की गई। उधर, जलकल के जेएमडी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जन्ये शहर की सीवर व अन्य समस्याओं के बाबत जल कल के अधिकारियों को हिदायत दी।