Know More About Disha Ravi: जानिये कौन है दिशा रवि, टूलकिट में जिसकी गिरफ्तारी से गरमाई सियासत, उठ रहे सवाल
देश में चल रहे किसान आंदोलन को गत दिनों कथित तौर पर प्रभावित करने के लिये ‘टूलकिट’ को सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया है। दिशा की गिरफ्तारी को लेकर कई तरह के सवाल भी उठाये जा रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट में जानिये, आखिर कैन है दिशा रवि
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ देश में चल रहे किसान आंदोलन को गत दिनों कथित तौर पर प्रभावित करने और भड़काने के लिये सोशल मीडिया पर ‘टूलकिट’ को शेयर किया गया था। दिशा रवि पर सोशल मीडिया पर शेयर किये गये इस टूलकिट को एडिट करने और इसमें कुछ इनपुट जोड़ने के आरोप हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा इस मामले में बेंगलुरू निवासी 22 वर्षीय दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया है। दिशा रवि को गिरफ्तारी के बाद पांच दिन की हिरासत में भेजा गया है। दिशा की गिरफ्तारी को लेकर कई तरह के सवाल भी उठाये जा रहे हैं और सियासय गरमाती जा रही है।
दिशा की गिरफ्तारी पर कई नेताओं ने उठाये सवाल
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिंदबरम, जयराम नरेश, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं 21 साल की युवा एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर कई गंभीर सवाल उठाये हैं। दिशा की गिरफ्तारी के बाद सियासय भी लगातार गर्माती जा रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिशा इस केस की एक छोटी कड़ी है और आने वाले दिनों में इस मामले में कई और बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
यह भी पढ़ें |
'Toolkit' Matter: जानें क्या होता है टूलकिट, जिसकी वजह से मचा है बवाल
दिशा और उसका परिवार
टूलकिट मामले के आरोपों में घिरी दिशा रवि नार्थ बंगलुरु के सोलादेवना हल्ली इलाके की रहने वाली हैं। वह एक जलवायु कार्यकर्ता है। दिशा ने माउंट कैमेल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन स्नातक (बीबीए) की डिग्री हासिल की है। बताया जाता है कि इस समय वह गुड माइल्क कंपनी के साथ भी जुड़ी हुई। दिशा रवि के पिता मैसूर में एक एथलेटिक कोच है। दिशा की मां एक गृहिणी हैं।
फ्राइडे फॉर फ्यूचर
दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रुप की भी सदस्य है। बताया जाता है कि यह ग्रुप एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग द्वारा 2018 में स्थापित किया गया। दिशा रवि 2019 में इस ग्रुप से जुड़ी और वह फिलहाल ग्रेटा थनबर्ग के इस ग्रुप में बतौर इंडिया हैड काम कर रही हैं। तीन फरवरी को एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने ही कथित तौर पर सबसे पहले किसानों का समर्थन करते हुए इस टूलकिट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। लेकिन दिशा रवि के कहने पर उसने इस डिलीट कर दिया था।
यह भी पढ़ें |
Toolkit Case: टूलकिट मामले में गिरफ्तार दिशा रवि को दिल्ली कोर्ट से मिली इन चीजों की इजाजत, कर सकेंगी ये काम
क्लाइमेट चैंज पर कई कार्यक्रम
दिशा रवि क्लाइमेट चैंज को लेकर भारत में विभिन्न तरह के समूहों और गतिविधियों से जुडीं हुई है। वह बेंगलुरू समेत देश के कई हिस्सों में इस विषय को लेकर कई तरह के कार्यक्रम और कैंपेन चलाती रहती है। कुछ समय पहले क्लाइमेट चैंज के लेकर दिशा में बैंगलुरू में एक प्रदर्शन भी आयोजत करवाया था। वह क्लाइमेट चैंज के दुष्प्रभावों को लेकर लिखती भी रहती है।
क्लाइमेट चैंज पर कार्य की प्रेरणा
बताया जाता है कि दिशा रवि को क्लाइमेट चैंज पर कार्य करने की प्रेरणा अपने दादा-दीदी से मिली, जो एक किसान थे और प्रतिकूल जलवायु और इसमें बदलावों को लेकर एक किसान के रूप में आये दिन जूझते रहते थे। रिपोर्टों के मुताबिक दिशा के क्लाइमेट एक्टिविस्ट बनना चाहती है। इसके लिये वह इस विषय से संबंधित गतिविधियों में लगातार शामिल होती रहती हैं।