महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक के लिए बनाए गए पर्दों के बारे में जानिये ये खास बातें

डीएन ब्यूरो

लंदन में छह मई को वेस्टमिंटर एबे में महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक में सबसे पवित्र धार्मिक रस्म के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़े के पर्दे पर भारत समेत राष्ट्रमंडल के प्रत्येक सदस्य देश का नाम होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक
महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक


लंदन: लंदन में छह मई को वेस्टमिंटर एबे में महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक में सबसे पवित्र धार्मिक रस्म के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़े के पर्दे पर भारत समेत राष्ट्रमंडल के प्रत्येक सदस्य देश का नाम होगा। ब्रिटिश राजशाही के लंदन स्थित आधिकारिक आवास बकिंघम पैलेस ने यह जानकारी दी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राज्याभिषेक पर्दे’’ का अनावरण किया, जिसके बीच में एक पेड़ बना हुआ है और उसकी 56 शाखाओं पर राष्ट्रमंडल देशों के नाम हैं। पैलेस ने कहा कि यह 74 वर्षीय महाराजा के इस संगठन के लिए ‘‘गहरे जुड़ाव’’ को दर्शाता है।

ऐतिहासिक रूप से महाराजा और ईश्वर के बीच जुड़ाव का क्षण माने जाने वाली यह रस्म ब्रिटिश महाराजा की ताजपोशी से पहले होती है।

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इस परियोजना के डिजाइनर एडन हार्ट ने कहा, ‘‘डिजाइन का प्रत्येक तत्व ऐतिहासिक राज्याभिषेक तथा राष्ट्रमंडल के पहलुओं के प्रतीक चिह्न के रूप में बनाया गया है, पक्षी सौहार्द्रपूर्ण तरीके से रह रहे एक समुदाय के सदस्यों के बीच खुशी और संवाद को दर्शाते हैं, फरिश्ते और कबूतर पवित्र आत्मा को दर्शाते हैं।’’

अभिषेक समारोह के दौरान वेस्टमिंस्टर के डीन एक कलश से पवित्र तेल राज्याभिषेक के लिए बनी चम्मच में डालते हैं और कैंटरबरी के आर्कबिशप महाराजा के हाथों, सीने तथा सिर पर यह तेल लगाते हैं।

अगले शनिवार को होने वाले भव्य समारोह के मद्देनजर लंदन में सेंट जेम्स पैलेस के चैपल रॉयल में इस पर्दे का अनावरण किया गया।

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इस पर बनी पत्तियां ‘रॉयल स्कूल ऑफ नीडलवर्क’ के कर्मियों एवं छात्रों और‘वरशिपफुल कंपनी ऑफ बॉर्डर्स, ड्रैपर्स एंड वीवर्स’ के सदस्यों ने बुनी है।

इस स्क्रीन को बनाने में इस्तेमाल सामग्री ब्रिटेन तथा अन्य राष्ट्रमंडल देशों से मंगायी गयी। कपड़े को ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड से मंगाई ऊन से बनाया गया है।










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